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December 3, 2024 12:57 am

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पुलिस की मौजूदगी में महिला की हत्या: देवरिया में पुलिस की लापरवाही पर ग्रामीणों का आक्रोश

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संजय कुमार वर्मा की रिपोर्ट

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां जिले के गौरीबाजार थाना क्षेत्र के तेंदुबारी में गुरुवार की रात पुलिस की मौजूदगी में एक महिला की हत्या कर दी गई। दरवाजे पर पुलिस खड़ी रही और कमरे में पति ने महिला की पीट-पीटकर व गला दबाकर हत्या कर दी।

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई। एएसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंच गए और घटना की जानकारी ली। उधर, आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

जानिए, क्या है पूरा मामला?

सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, गांव का रहने वाला रंजीत श्रीवास्तव विदेश में रहता है।

पत्नी सोनम व 1-2 वर्षीय बेटा गोरखपुर में किराए के मकान में रहते थे। दो महीने पहले रंजीत विदेश से गोरखपुर आया और तीन दिन पहले पत्नी को लेकर गांव पहुंचा। शाम को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया।

बताया जा रहा है कि पत्नी सोनम की रंजीत ने कमरे में बंद कर पिटाई की। छत के रास्ते बगलगीर चंद्रभान के यहां किसी तरह भागकर सोनम पहुंची और यूपी 112 पर इसकी जानकारी दी।

इस बीच रंजीत पुन: पहुंच गया और सोनम का बाल पकड़ कर घसीटते हुए घर ले गया। इसके बाद कमरे में बंद कर पुन: उसकी पिटाई करनी शुरू कर दी।

इस बीच सूचना मिलते ही पुलिस भी दरवाजे पर पहुंच गई और आवाज देती रही, लेकिन अंदर से दरवाजा नहीं खुला और फिर पीट-पीट कर सोनम की हत्या कर दी। इसके बाद जब आरोपी ने दरवाजा खोला तो पुलिस ने उसको हिरासत में ले लिया।

जब यूपी 112 की पुलिस आरोपी को ले जाने का प्रयास करने लगी तो ग्रामीणों ने घेर लिया और पुलिस की लापरवाही से हत्या होने का आरोप लगाने लगे।

बवाल की सूचना पर गौरीबाजार थाने की पुलिस पहुंची और यूपी 112 की पुलिस को वहां से निकाला। सूचना मिलते ही एएसपी दीपेंद्र नाथ चौधरी, सीओ अंशुमन श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचे और जांच किए।

थाने को भी नहीं दी सूचना, ग्रामीणों में दिखा पुलिस के प्रति आक्रोश

सोनम की सूचना पर यूपी 112 की पुलिस मौके पर पहुंच गई। आवाज देती रही। आधे घंटे तक मामला चलता रहा और पुलिसकर्मी दरवाजे पर खड़े रहे, लेकिन थाने की पुलिस को इसकी जानकारी नहीं दी। वहीं ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध जताया और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करने की मांग की। लोगों का कहना है कि घटना के वक्त कमरा अंदर से बंद था।

पुलिस ने आवाज देना शुरू किया, लेकिन अंदर से रंजीत ने दरवाजा नहीं खोला और पुलिस सोनम की पिटाई की आवाज सुनती रही। पुलिसकर्मी अगर फाटक तोड़ दिए होते और सख्ती दिखाते तो सोनम की जान बच जाती। यह पूरी घटना पुलिस की लापरवाही से हुई है।

News Desk
Author: News Desk

Kamlesh Kumar Chaudhary

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