टिक्कू आपचे की खास रिपोर्ट
अमिताभ बच्चन, जिन्हें सदी के महानायक कहा जाता है, भारतीय सिनेमा के सबसे प्रमुख और प्रतिष्ठित अभिनेताओं में से एक हैं।
उनका जन्म 11 अक्टूबर 1942 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज (तब इलाहाबाद) में हुआ था। उनके पिता हरिवंश राय बच्चन प्रसिद्ध कवि थे, लेकिन शायद उन्होंने भी यह नहीं सोचा था कि उनका पुत्र एक दिन पूरे देश और दुनिया में ख्याति और सम्मान प्राप्त करेगा।
अमिताभ बच्चन का फिल्मी करियर 4-5 दशकों तक फैला है, और वह अब भी सक्रिय हैं, अपनी अभिनय क्षमता और प्रभावशाली शैली से हर पीढ़ी को जोड़ते हुए। “एंग्री यंग मैन” के रूप में उन्होंने 1970 के दशक में धूम मचाई और आगे चलकर वह “बिग बी” और “शहंशाह” के नामों से भी मशहूर हुए।
उन्होंने ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘डॉन’, ‘अग्निपथ’, और ‘कभी कभी’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में यादगार भूमिकाएँ निभाईं, जो भारतीय सिनेमा के इतिहास में अमर हो गईं।
अमिताभ ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे। जहाँ एक समय वह अपने करियर में असफलताओं और वित्तीय संकट से जूझ रहे थे, वहीं उन्होंने कभी हार नहीं मानी और हर चुनौती को अपने आत्मविश्वास और संघर्षशीलता से पार किया।
उनकी लोकप्रियता न केवल फिल्मी दुनिया तक सीमित रही, बल्कि उन्होंने छोटे पर्दे पर भी ‘कौन बनेगा करोड़पति’ जैसे शो के जरिए अपनी छाप छोड़ी। इस शो के जरिए वह हर घर में पहचाने जाने लगे और उनकी लोकप्रियता कई गुना बढ़ गई।
उनके पिता हरिवंश राय बच्चन ने एक बार भविष्यवाणी की थी कि उनके घर में बेटा ही पैदा होगा, जिसका जिक्र ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के हालिया प्रोमो में आमिर खान ने किया है। यह किस्सा हरिवंश राय बच्चन की डायरी में दर्ज है, जहाँ उन्होंने सपने में अपने बेटे का जन्म होते हुए देखा था।
11 अक्टूबर 2024 को, अमिताभ बच्चन अपना 82वां जन्मदिन मना रहे हैं।
उनके अभिनय के प्रति उनकी प्रतिबद्धता, अद्वितीय व्यक्तित्व और अभिव्यक्ति ने उन्हें एक ब्रांड बना दिया है, जो कई पीढ़ियों से लोगों के दिलों में बसा हुआ है। उनके अनमोल और प्रेरणादायक शब्दों ने न सिर्फ उनके जीवन को दिशा दी है, बल्कि उनके प्रशंसकों को भी जीवन की चुनौतियों से जूझने की हिम्मत दी है।
अमिताभ बच्चन का यह सफर एक मिसाल है कि किस तरह अपने सपनों को जिया जा सकता है, चाहे रास्ते में कितनी भी कठिनाइयाँ क्यों न हों।
Author: Desk
'श्री कृष्ण मंदिर' लुधियाना, पंजाब का सबसे बड़ा मंदिर है, जो 500 वर्ग गज के क्षेत्र में बना है। यह मंदिर बहुत ही प्रसिद्ध धार्मिक स्थान है।