Explore

Search
Close this search box.

Search

November 21, 2024 10:37 pm

लेटेस्ट न्यूज़

कर्तव्य पथ पर सेवा निवृत्ति : शिक्षक वल्लभ लखेश्री की देहदान घोषणा समाज के लिए अनुकरणीय..

32 पाठकों ने अब तक पढा

राजस्थान ब्यूरो रिपोर्ट

फलोदी, राजस्थान: राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फलोदी के सम्मानित शिक्षक वल्लभ लखेश्री ने शिक्षा के क्षेत्र में 34 वर्षों की सेवा के बाद 30 सितंबर 2024 को विधिवत रूप से सेवानिवृत्ति ग्रहण की। इस विशेष अवसर पर विद्यालय में एक गरिमामय विदाई समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लॉक जिला शिक्षा अधिकारी, प्रधानाचार्या श्रीमती कांता जी, उपसभापति नगर परिषद सलीम नागोरी, भाजपा मंडल अध्यक्ष शिव कुमार व्यास और कई गणमान्य नागरिक, सहकर्मी और छात्राएं शामिल थे।

वल्लभ लखेश्री का शिक्षण सफर विद्यार्थियों और सहकर्मियों के लिए प्रेरणादायक रहा। उनकी मित्रवत शिक्षण शैली और मार्गदर्शन ने उन्हें सभी का प्रिय शिक्षक बना दिया।

विद्यार्थियों और अभिभावकों ने उन्हें न केवल एक शिक्षक बल्कि एक सामाजिक मार्गदर्शक के रूप में भी देखा। लखेश्री ने हमेशा अपने सामाजिक दायित्वों को निभाते हुए पर्यावरण संरक्षण और शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

समारोह में लखेश्री की सेवाओं की भूरी-भूरी प्रशंसा की गई। शत-प्रतिशत परीक्षा परिणाम देने के उनके समर्पण की सभी ने सराहना की। उनके योगदान को याद करते हुए उपस्थित जनों ने भावपूर्ण शब्दों में उनके प्रति आभार व्यक्त किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।

अपने विदाई संबोधन में वल्लभ लखेश्री ने कहा, “यह मेरे लिए अत्यंत भावुक क्षण है। शिक्षा मेरे जीवन का अभिन्न हिस्सा रही है और मैं इसे सदैव अपने हृदय में संजोकर रखूंगा। कठिनाइयों और चुनौतियों से मैंने हमेशा प्रेरणा प्राप्त की और यही मेरे जीवन की सफलता का रहस्य है।”

उन्होंने विद्यार्थियों को तकनीकी युग की चुनौतियों के लिए तैयार रहने का संदेश दिया और भारतीय मूल्यों जैसे वसुधैव कुटुंबकम, सर्वे भवन्तु सुखिनः और सांप्रदायिक सद्भाव को अपनाने की प्रेरणा दी।

इस अवसर पर लखेश्री ने अपने मरनोपरांत शरीर को विज्ञान के छात्रों के शोध हेतु दान करने की घोषणा की। इस घोषणा से समारोह में उपस्थित सभी लोग भावविभोर हो गए और तालियों की गूंज से उनका स्वागत किया गया। उनकी यह प्रेरणादायक घोषणा समाज के प्रति उनके गहरे समर्पण को दर्शाती है।

समारोह के अंत में लखेश्री ने सभी सहकर्मियों, विद्यार्थियों और परिजनों का आभार व्यक्त किया और संबंधों में सदैव प्रगाढ़ता बनाए रखने का आग्रह किया।

इस मौके पर आज समाचार दर्पण परिवार द्वारा एक आनलाइन मीटिंग के दौरान श्री लखेश्री की चर्चा करते हुए समाचार दर्पण परिवार के मुखिया अनिल अनूप ने परिवार की ओर से अपनी भावपूर्ण शुभकामनाएं दी गई है। प्रस्तुत है, मूल आलेख👇

आदरणीय बल्लभ लखेश्री,

सेवा निवृत्ति केवल एक जीवन-यात्रा का पड़ाव भर नहीं, बल्कि आपके द्वारा समाज, साहित्य और शिक्षा के प्रति किए गए अनुपम योगदान का अभिनंदन भी है। 

आप न केवल एक उत्कृष्ट शिक्षक रहे हैं, बल्कि अपने गहन चिंतन और लेखनी से समाज की धारा को एक नई दिशा देने में सक्षम रहे हैं। आपकी विद्वत्ता और मानवीय दृष्टिकोण ने आपके शिष्यों, सहकर्मियों और पाठकों के हृदय में जो अमिट छाप छोड़ी है, वह युगों तक स्मरणीय रहेगी।

आपका साहित्यिक सफर समाज के उन अनछुए पहलुओं को उभारने में सहायक रहा है, जिन्हें अक्सर मुख्यधारा की दृष्टि से उपेक्षित किया गया।

[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=_bz4y7su_V0[/embedyt]

आपने न केवल अपनी जाति और समाज के वंचित वर्गों को आवाज दी, बल्कि अपनी रचनाओं और विचारों के माध्यम से अन्याय, असमानता और सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध एक सशक्त संदेश भी दिया है। 

आपके लेखों में जो सत्य की खोज और मानवीय करुणा दिखाई देती है, वह आपकी संवेदनशीलता और साहित्यिक प्रतिभा का प्रमाण है।

सेवा निवृत्ति के इस मोड़ पर मैं यह विश्वास करता हूँ कि यह आपके लिए एक नई शुरुआत है, जहां अब आप बिना किसी बंधन के अपने लेखन और चिंतन को और अधिक ऊँचाइयों पर ले जाएंगे। 

आपकी प्रेरणादायी उपस्थिति और साहित्यिक योगदान हम सभी के लिए सदैव एक प्रकाश स्तंभ के रूप में रहेगा।

आपके जीवन के इस नए अध्याय में शांति, सृजनात्मकता, और संतोष की अनंत संभावनाएँ उभरें, और आप ऐसे ही अपने विचारों और लेखनी के माध्यम से समाज को प्रेरित करते रहें।

आपकी सफलता और सेवा के इस अद्वितीय सफर को नमन करते हुए, आपके भविष्य के प्रति मंगलकामनाएँ अर्पित करता हूँ।

 

सादर,

(अनिल अनूप) 

(समाचार दर्पण परिवार के साथ)

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़