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December 14, 2024 7:15 am

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एन आई टी की छात्रा क्यों और कहाँ गायब हो गई? जवाब बड़ा खौफनाक है…

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सुहानी परिहार की रिपोर्ट

इंदौर की ओजस्वी गुप्ता, जो पोस्ट ग्रेजुएशन करने के लिए तमिलनाडु के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (NIT) त्रिची गई थी, पिछले 16 दिनों से लापता है। उसकी गुमशुदगी ने पूरे परिवार को चिंता में डाल दिया है, जो अब उसे ढूंढने के लिए दर-दर भटकने को मजबूर हैं। 

ओजस्वी ने लापता होने से पहले एक चार पन्नों का पत्र छोड़ा, जिसमें उसने अपनी परेशानियों का खुलासा किया है। पत्र के अनुसार, क्लास रिप्रेजेंटेटिव बनने के बाद उसे मानसिक प्रताड़ना का सामना करना पड़ा, जिससे वह इतनी आहत हो गई कि कॉलेज और सब कुछ छोड़कर चली गई।

ओजस्वी ने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद एक आईटी कंपनी में नौकरी शुरू कर दी थी, लेकिन वह NIT त्रिची से पोस्ट ग्रेजुएशन करना चाहती थी। 

उसने कड़ी मेहनत से परीक्षा दी और पूरे देश में 72वीं रैंक हासिल कर इस प्रतिष्ठित कॉलेज में दाखिला लिया। उसकी योग्यता के कारण उसे क्लास रिप्रेजेंटेटिव चुना गया, लेकिन यह कुछ लोगों को रास नहीं आया।

ओजस्वी को आखिरी बार 15 सितंबर को कॉलेज कैंपस में देखा गया, जब वह साइकिल खड़ी करके कॉलेज से बाहर जाती हुई सीसीटीवी फुटेज में नजर आई। 

नियम के अनुसार, छात्रों को केवल रविवार को कैंपस से बाहर जाने की अनुमति होती है। जब वह वापस नहीं लौटी, तो उसके कमरे की तलाशी ली गई, जहां से उसका भावुक करने वाला चार पन्नों का पत्र मिला। 

इस पत्र में उसने लिखा कि उसे पुरुषों के साथ काम करने में मुश्किलों का सामना करना पड़ा, खासकर जब वह नेतृत्व की भूमिका में थी। उसने यह भी उल्लेख किया कि उसका मानसिक तनाव इतना बढ़ गया कि वह इसे सहन नहीं कर पाई और किसी को दोष देने की बजाय उसने खुद को जिम्मेदार ठहराया।

ओजस्वी के लापता होने के बाद, 16 सितंबर को त्रिची के थुवक्कुडी थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। त्रिची पुलिस ने उसकी तलाश के लिए SIT का गठन भी किया, लेकिन अब तक कोई ठोस सुराग नहीं मिल पाया है। 

इस बीच, ओजस्वी के पिता ने तमिलनाडु पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है, और परिजनों ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर बेटी की तलाश में मदद की गुहार लगाई है। मुख्यमंत्री यादव ने जल्द से जल्द ओजस्वी को ढूंढने और सरकार द्वारा मामले में हस्तक्षेप करने का आश्वासन दिया है।

ओजस्वी की इस दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति ने परिवार और दोस्तों को गहरे सदमे में डाल दिया है, और सभी उसकी सुरक्षित वापसी की उम्मीद कर रहे हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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