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November 22, 2024 8:42 pm

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कुछ राशियों के लिए आज दिन होगा रोमांचक तो कुछ को सतर्क रहने की दी जाती है सलाह, जाने कैसा रहेगा आज आपका दिन

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-पंडित श्री रामजीत द्विवेदी

मेष(♈︎)

आज का दिन नई चुनौतियों से भरा रहेगा। धैर्य रखें और अपनी क्षमताओं पर विश्वास करें। सफलता मिलेगी।

वृषभ(♉︎)

आज आपके लिए आर्थिक मामलों में लाभ हो सकता है। परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा। स्वास्थ्य पर ध्यान दें।

मिथुन(♊︎)

आज का दिन आपके लिए कुछ नए अवसर लेकर आ सकता है। मित्रों के साथ समय बिताने का आनंद मिलेगा। यात्रा संभव है।

कर्क(♋︎)

आज आपके पारिवारिक जीवन में खुशी का माहौल रहेगा। कार्यक्षेत्र में उन्नति के योग बन रहे हैं। आत्मविश्वास बढ़ेगा।

सिंह(♌︎)

आज आपको अपने प्रयासों का फल मिलेगा। किसी बड़े प्रोजेक्ट पर काम शुरू हो सकता है। रिश्तों में सामंजस्य बनाए रखें।

कन्या(♍︎)

आज का दिन आपके लिए कुछ कठिनाइयाँ ला सकता है। धैर्य और संयम से काम लें। स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती है, सतर्क रहें।

तुला(♎︎)

आज का दिन रोमांटिक रहेगा। नए रिश्ते बन सकते हैं। कारोबार में भी सफलता के संकेत हैं। पुराने दोस्तों से मुलाकात हो सकती है।

वृश्चिक(♏︎)

आज आपके कामकाज में प्रगति होगी। परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बिताएंगे। धन का आगमन हो सकता है।

धनु(♐︎)

आज आप मानसिक रूप से मजबूत रहेंगे। किसी महत्वपूर्ण योजना पर काम शुरू करेंगे। सामाजिक रूप से मान-सम्मान मिलेगा।

मकर(♑︎)

आज आपको कुछ अड़चनों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन धैर्य बनाए रखें। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों का समर्थन मिलेगा।

कुंभ(♒︎)

आज का दिन आपके लिए उत्साहजनक रहेगा। नए विचारों से लाभ होगा। परिवार के साथ समय बिताने का मौका मिलेगा।

मीन(♓︎)

आज आपके लिए सृजनात्मकता का दिन है। कला या संगीत में रुचि बढ़ेगी। स्वास्थ्य में सुधार होगा और आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी।

आज का शुभ मुहूर्त, घड़ी, और त्योहार निम्नलिखित हैं

अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:52 बजे से 12:42 बजे तक

ब्रह्म मुहूर्त : प्रातः 4:34 बजे से 5:21 बजे तक

अमृत काल : रात 11:04 बजे से 12:44 बजे तक (रात)

गोधूलि मुहूर्त : शाम 6:26 बजे से 6:50 बजे तक

शुभ कार्यों के लिए ये समय उत्तम माने जाते हैं।

आज के प्रमुख त्योहार

हरितालिका तीज (कुछ क्षेत्रों में आज मनाई जा रही है, खासकर उत्तर भारत में)

गणेश चतुर्थी (व्रत) : गणेश जी की पूजा का दिन है, खासकर महाराष्ट्र और दक्षिण भारत में गणेश चतुर्थी मनाई जाती है।

नोट – यह राशिफल सामान्य है, व्यक्तिगत प्रभाव के लिए आपकी कुंडली का विश्लेषण करना बेहतर होता है।

आज के समय में, जब लोग तनाव, अनिश्चितता और प्रतिस्पर्धा से घिरे होते हैं, श्रीमद्भगवद्गीता का यह उपदेश अत्यंत प्रासंगिक है:

कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन

(अध्याय 2, श्लोक 47)

इस श्लोक में भगवान श्रीकृष्ण ने जो सिखाया, वह आज के जीवन में विशेष रूप से लागू होता है। आजकल हम अक्सर परिणामों को लेकर इतने चिंतित रहते हैं कि हम अपनी शांति और संतुलन खो देते हैं। चाहे वह नौकरी हो, शिक्षा हो, या व्यक्तिगत रिश्ते, लोग हमेशा सफलता और असफलता को लेकर चिंता में डूबे रहते हैं।

इस श्लोक का सार यह है कि

हमें अपने कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, न कि उनके परिणाम पर।

सफलता और असफलता को लेकर चिंता करने की बजाय, हमें हर परिस्थिति में अपने कर्तव्यों को ईमानदारी से निभाना चाहिए।

अगर हम केवल परिणाम पर ध्यान देते हैं, तो हम तनाव में रहते हैं, लेकिन यदि हम कार्य में लीन होते हैं, तो मानसिक शांति प्राप्त करते हैं।

आज की स्थिति में यह संदेश हमें बताता है कि, महामारी, आर्थिक अनिश्चितता, सामाजिक तनाव आदि को लेकर जो बेचैनी है, वह परिणामों की चिंता से उत्पन्न होती है। यदि हम वर्तमान में रहते हुए, अपने कर्मों को सही ढंग से करें, तो मानसिक शांति प्राप्त होगी।

हर व्यक्ति का संघर्ष अलग है, लेकिन अगर हम बिना स्वार्थ और बिना फल की चिंता किए कर्म करेंगे, तो जीवन में संतुलन और शांति बनी रहेगी।

यह उपदेश हमें धैर्य और आत्म-नियंत्रण सिखाता है, जो आज के चुनौतीपूर्ण समय में बेहद आवश्यक हैं।

आज की गुरुवाणी

सलोक महला ९

ਸਾਧਸੰਗਿ ਭਜੁ ਕੇਵਲ ਨਾਮੁ ॥

ਜਾ ਕੈ ਸਿਮਰਨਿ ਦੁਖੁ ਜਲਨਿ ਬਿਸਰਾਮੁ ॥੧॥

(श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी, अंग 219)

अर्थ

साधु-संतों की संगत में बैठकर केवल भगवान का नाम जपना चाहिए। जिस नाम का सिमरन (स्मरण) करने से जीवन के सारे दुःख और कष्ट शांत हो जाते हैं, और मन को शांति प्राप्त होती है।

उपदेश

इस गुरुवाणी का सार यह है कि ईश्वर का नाम और उनके स्मरण से मनुष्य अपने जीवन के सारे दुःख और कष्टों से मुक्ति पा सकता है। जैसे आजकल की भाग-दौड़ वाली जिंदगी में तनाव, चिंता और दुःख आम बात हो गई है, ऐसे में साध संगत और प्रभु का नाम जपना हमें शांति और सुख प्रदान करता है।

संसारिक समस्याओं से जूझते हुए अगर हम ईश्वर पर अपना ध्यान केंद्रित करें और उनकी कृपा को महसूस करें, तो हमारे अंदर आत्मिक शांति और स्थिरता आ जाती है। यह हमें सिखाता है कि हर स्थिति में भगवान का नाम और सिमरन हमारे लिए सबसे बड़ी शक्ति और सहारा है।

आज की हदीस है

रिज़्क और तिजारत का जो लोग ध्यान रखते हैं, वो अपने आप को बहुत अच्छी तरह से संभालते हैं। सच्चे मुसलमान की यह पहचान है कि वो अपने कर्मों के साथ-साथ अपने आचरण को भी संजीदगी से देखता है।”

(सहिह मुस्लिम)

इस हदीस का विश्लेषण करते हुए हम निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दे सकते हैं:

1. रिज़्क और तिजारत पर ध्यान: हदीस में कहा गया है कि जो लोग अपने जीवन के आर्थिक पहलुओं पर ध्यान देते हैं, वे अपने आप को अच्छी तरह से व्यवस्थित करते हैं। यहां पर रिज़्क (मिले हुए संसाधन या जीवन-निर्वाह) और तिजारत (व्यापार) के प्रबंधन की महत्वपूर्णता को बताया गया है। इसका मतलब है कि सही ढंग से योजना बनाना और जिम्मेदारी से काम करना महत्वपूर्ण है।

2. सच्चे मुसलमान की पहचान: हदीस में कहा गया है कि सच्चे मुसलमान की पहचान उसके कर्मों और आचरण से होती है। इसका तात्पर्य है कि केवल धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं, बल्कि व्यक्ति की व्यवहारिकता और उसके काम करने का तरीका भी महत्वपूर्ण है।

3. संजीदगी और समर्पण: हदीस यह भी सिखाती है कि मुसलमानों को अपने कर्मों और आचरण दोनों में ही संजीदगी से काम लेना चाहिए। इसका मतलब है कि हर काम को गंभीरता से करना और अपने आचरण में सुधार लाना चाहिए।

कुल मिलाकर, यह हदीस मुसलमानों को अपनी आर्थिक स्थिति और कामकाजी जीवन में जिम्मेदारी और ईमानदारी से काम करने की सलाह देती है, साथ ही उनके धार्मिक और सामाजिक आचरण पर भी ध्यान देने की प्रेरणा देती है।

बाइबिल के आज के वचन के लिए, आप निम्नलिखित में से एक उद्धरण पर विचार कर सकते हैं, जो विभिन्न बाइबिल संस्करणों के अनुसार उपयोगी हो सकता है:

यहोवा मेरा चरवाहा है; मुझे किसी बात की कमी नहीं होगी।”

— भजन संहिता 23:1

यह वचन विश्वास और आश्वासन का प्रतीक है, जिसमें यहोवा को एक विश्वासपात्र चरवाहा के रूप में चित्रित किया गया है जो अपने अनुयायियों की सभी आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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