Explore

Search

November 1, 2024 5:47 pm

शिक्षक द्वारा बार-बार किया गया यौन शोषण : न्याय व्यवस्था और समाज के लिए गंभीर सवाल

1 Views

टिक्कू आपचे की रिपोर्ट

पुणे के पिंपरी-चिंचवड़ इलाके में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। एक 56 वर्षीय फिजिकल ट्रेनिंग (पीटी) टीचर पर दूसरी बार छात्राओं के यौन शोषण का आरोप लगा है। यह मामला किसी और ने नहीं, बल्कि उसी शिक्षक ने किया है, जिसे पहले भी एक छात्रा का यौन उत्पीड़न करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इस बार टीचर पर 12 साल की एक छात्रा के साथ यौन शोषण करने का आरोप है।

पहली घटना और सजा

यह घटना पहली बार 5 अक्टूबर 2018 को सामने आई थी, जब इसी टीचर ने 15 साल की एक छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया था। घटना उस समय घटी जब टीचर ने कुछ छात्राओं को स्कूल से घर छोड़ने की पेशकश की। उसने उन छात्राओं में से एक 15 वर्षीय छात्रा का हाथ पकड़ा और यौन इशारे करते हुए कहा कि एक शिक्षक और छात्रा के बीच प्रेम संबंध में कुछ भी गलत नहीं है। इस घटना से छात्रा भयभीत हो गई और तुरंत वहां से चली गई। 

कुछ दिनों बाद, 11 अक्टूबर 2018 को, टीचर ने फिर से छात्रा को असाइनमेंट के बहाने अपने केबिन में बुलाया और उसे यौन शोषण का शिकार बनाने की कोशिश की। इस बार छात्रा ने अपनी मां को सारी घटना बताई, जिसके बाद पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने आरोपी टीचर को गिरफ्तार कर लिया और उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354-A और पोक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। 28 सितंबर 2021 को अदालत ने उसे तीन साल की जेल और 50,000 रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई।

जमानत पर छूटने के बाद फिर से अपराध

अदालत में दोषी ठहराए जाने के बाद टीचर ने बॉम्बे हाईकोर्ट में अपनी सजा के खिलाफ अपील दायर की और जमानत पर रिहा हो गया। जमानत पर छूटने के बाद उसने फिर से उसी स्कूल में पढ़ाना शुरू कर दिया। इस बार उसने 12 साल की एक छात्रा को अपना शिकार बनाया। 23 अगस्त 2023 को पीड़ित छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने टीचर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया।

दूसरी घटना और गिरफ्तारी

इस बार की घटना में टीचर पर आरोप है कि वह अक्सर वॉशरूम जाने के दौरान छात्रा का पीछा करता था। 21 अगस्त 2023 को, जब छात्रा स्कूल के शौचालय में गई, तो टीचर बाहर इंतजार कर रहा था। जब वह बाहर निकली, तो टीचर ने उसे छुआ और कन्नड़ भाषा में किस करने के लिए कहा। इस मामले में पुलिस ने टीचर के साथ-साथ स्कूल के प्रिंसिपल और ट्रस्टियों समेत छह अन्य अधिकारियों को भी गिरफ्तार किया है, जिन्होंने यौन शोषण के आरोपी को स्कूल में फिर से काम करने की अनुमति दी थी।

यह घटना न केवल न्याय व्यवस्था पर सवाल खड़ा करती है, बल्कि समाज के उस हिस्से को भी दर्शाती है जो ऐसे गंभीर अपराधों के प्रति उदासीन है। यह घटना देशभर के लोगों के आक्रोश का कारण बन रही है और लोग सड़कों पर उतरकर न्याय की मांग कर रहे हैं।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."