चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के अयोध्या में गोसाईगंज पुलिस थाने में 29 अगस्त 2024 को सुबह 11 बजे एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई।
एक बुजुर्ग महिला, परेशान और बदहवाश हालत में थाने पहुंची। पुलिसकर्मियों ने पहले सोचा कि शायद किसी छोटे-मोटे विवाद की शिकायत लेकर आई है, लेकिन जब महिला ने अपनी बात बताई, तो थाने में मौजूद सभी के होश उड़ गए।
महिला ने बताया कि उसे एक फोन कॉल आया था जिसमें कहा गया कि उसकी बेटी की लाश रेलवे स्टेशन के पास के खंडहर में पड़ी है।
महिला की बात सुनते ही थाने में हड़कंप मच गया। पुलिस की एक टीम तुरंत उस स्थान पर पहुंची, जिसका जिक्र महिला ने किया था। वह खंडहर पुलिस थाने से ज्यादा दूर नहीं था।
जब पुलिस वहां पहुंची, तो उन्हें एक तेज दुर्गंध महसूस हुई। पुलिसकर्मियों ने अपने मुंह पर रुमाल बांधकर अंदर प्रवेश किया। वहां उन्होंने देखा कि एक लड़की की सड़ी-गली लाश पड़ी हुई थी। पुलिस ने तुरंत अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस घटना की सूचना दी और लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। महिला ने कपड़ों से लाश की पहचान की और बताया कि यह उसकी बेटी सविता की लाश है।
सविता की मां को जिस नंबर से फोन किया गया था, वह नंबर सविता का ही था, लेकिन अब वह नंबर बंद हो चुका था। पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि सविता की हत्या गला घोंटकर की गई थी। कातिल ने घटना स्थल पर कोई सबूत नहीं छोड़ा था।
पुलिस ने इलाके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने सविता के नंबर की कॉल डिटेल्स की जांच की और आखिरी कॉल के समय जिस नंबर से बात हुई थी, वह नंबर दीपक नाम के एक शख्स का था।
जब पुलिस ने दीपक से संपर्क किया, तो उसने कहा कि वह सविता नाम की किसी लड़की को नहीं जानता। पुलिस को उस पर शक हुआ और उसकी लोकेशन ट्रेस कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया। पहले तो दीपक ने गोलमोल जवाब दिए, लेकिन जब पुलिस ने उससे कड़ी पूछताछ की, तो उसने पूरी सच्चाई उगल दी।
दीपक ने कबूल किया कि वह और सविता प्रेम संबंध में थे और उसने ही सविता का गला घोंटकर उसकी हत्या की थी। जब कई दिनों तक सविता की लाश के बारे में किसी को पता नहीं चला, तो उसने खुद सविता की मां को फोन कर लाश के बारे में जानकारी दी।
दीपक ने बताया कि उसकी और सविता की मुलाकात तीन साल पहले हुई थी। दोनों के बीच प्रेम संबंध विकसित हो गए थे और वे एक-दूसरे से मिलने लगे थे। इसी बीच दीपक की शादी हो गई, लेकिन उसने यह बात सविता से छिपाए रखी।
जब सविता को दीपक की शादी के बारे में पता चला, तो उसने दीपक से संबंध तोड़ लिए। बाद में दीपक को पता चला कि सविता अब उसके एक दोस्त से बात करती है, जिससे वह गुस्से में आ गया।
20 अगस्त को दीपक ने सविता को आखिरी बार मिलने के लिए बुलाया। अगले दिन, 21 अगस्त को, सविता अपनी मां से कहकर घर से निकली कि वह किसी काम से जा रही है और फिर बुआ के घर चली जाएगी।
दीपक ने उसे रेलवे स्टेशन के पास के खंडहर में बुलाया, जहां उसने सविता के साथ शारीरिक संबंध बनाने की जिद की। सविता के इनकार करने पर दीपक ने गुस्से में आकर उसका गला घोंट दिया और उसकी हत्या कर दी।
सविता की हत्या के बाद दीपक उसका फोन अपने साथ ले गया और कई दिनों तक उस पर आने वाली कॉल्स की निगरानी करता रहा।
जब सविता के घरवालों को दो दिन तक उसकी कोई खबर नहीं मिली, तो वे उसे ढूंढने लगे। 29 अगस्त को दीपक ने सविता के नंबर से उसकी मां को फोन किया और बताया कि उनकी बेटी की लाश खंडहर में पड़ी है।
पुलिस ने दीपक से दो मोबाइल बरामद किए और उस पर हत्या का केस दर्ज कर उसे कोर्ट में पेश कर दिया।
Author: samachar
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