अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
पंजाब के पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान द्वारा अभिनेत्री और राजनेता कंगना रनौत के खिलाफ की गई टिप्पणी ने विवाद खड़ा कर दिया है। सिमरनजीत सिंह मान ने एक पत्रकार के सवाल के जवाब में कंगना रनौत के अनुभव को लेकर विवादित बयान दिया।
सिमरनजीत सिंह मान की टिप्पणी
जब सिमरनजीत सिंह मान से कंगना रनौत के उस बयान के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर केंद्र में भाजपा की सरकार न होती, तो किसान आंदोलन के वक्त पंजाब का वही हाल होता जो बांग्लादेश का हुआ था, तो इसके जवाब में मान ने कहा, “कंगना रनौत को रेप का बहुत तजुर्बा है। उनसे पूछा जा सकता है कि रेप कैसे होता है ताकि लोगों को समझाया जा सके।”
जब पत्रकार ने उनसे पूछा कि क्या वे कंगना रनौत की बात कर रहे हैं, तो उन्होंने कहा, “बिल्कुल, मैं कंगना रनौत की ही बात कर रहा हूं।”
भाजपा सांसद कंगना रनौत की टिप्पणी
इस विवाद से पहले, कंगना रनौत ने एक वीडियो में कहा था कि अगर सरकार ने कड़े कदम नहीं उठाए होते, तो किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान पंजाब में बांग्लादेश जैसी स्थिति पैदा हो सकती थी।
उन्होंने आरोप लगाया था कि किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान “शव लटकते हुए देखे गए और बलात्कार हो रहे थे।”
उन्होंने कहा कि यह सब विदेशी ताकतों की साजिश का हिस्सा था और ये फिल्मी लोग इस पर ही फलते-फूलते हैं। कंगना ने यह भी कहा था कि विरोध प्रदर्शन तब खत्म हुआ जब प्रधानमंत्री मोदी ने कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा की थी।
भाजपा ने कंगना रनौत की टिप्पणियों से खुद को अलग किया
भाजपा ने कंगना रनौत की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया और उन्हें बिना कारण बयान देने से मना किया। पार्टी नेतृत्व ने उन्हें फटकार लगाई और इस पर कंगना ने कहा कि उन्हें इससे कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि वह भाजपा की अंतिम आवाज नहीं हैं और उन्हें इस बात का कोई भ्रम नहीं है।
कंगना रनौत को भाजपा के अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने भी दिल्ली स्थित अपने आवास पर बुलाया था। भाजपा की इस सार्वजनिक फटकार का समय हरियाणा के आगामी चुनावों से पहले था, जो किसानों के विरोध से प्रभावित राज्य है।
मुख्यमंत्री भगवंत मान की आलोचना
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कंगना रनौत की विवादास्पद टिप्पणी की आलोचना की।
उन्होंने कहा कि कंगना को उनके संसदीय क्षेत्र मंडी के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए था, न कि “बेतुके” और “निराधार” बयान देने के लिए। इसके साथ ही, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू ने भी कहा कि किसान देश के लिए खाद्य उत्पादक हैं और किसी को भी इस तरह के बयान देकर उनका अपमान करने का अधिकार नहीं है।
हरियाणा में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी कंगना रनौत के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
यह विवाद कंगना रनौत के बयान और सिमरनजीत सिंह मान की प्रतिक्रिया के कारण उत्पन्न हुआ है, जिसने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में चर्चा को जन्म दिया है।
Author: samachar
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