इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया। जिले की जिलाधिकारी (डीएम) दिव्या मित्तल एक बार फिर से अपनी सख्त और प्रभावशाली कार्यशैली के कारण सुर्खियों में हैं। 27 अगस्त को उन्होंने बरहज तहसील के अस्थायी जलभराव प्रभावित गांव भदिला प्रथम का निरीक्षण किया। यह गांव राप्ती नदी के पानी से घिरा हुआ है, और डीएम दिव्या मित्तल प्रशासनिक टीम के साथ बोट के सहारे वहां पहुंचीं।
निरीक्षण के दौरान, उन्होंने चौपाल लगाकर ग्रामीणों से उनकी समस्याओं के बारे में सीधी बात की। इस चौपाल में पुरुषों, महिलाओं और बुजुर्गों ने भाग लिया। ग्रामीणों ने अपने गांव की समस्याओं को सामने रखा, और डीएम ने तुरंत वहां के एसडीएम अंगद यादव को इन समस्याओं को गंभीरता से सुनने और उनका शीघ्र समाधान करने के निर्देश दिए।
चौपाल के दौरान, ग्राम प्रधान विंध्यवासिनी देवी ने शिकायत की कि उनकी और उनके पति द्वारा उठाई गई समस्याओं को प्रशासन द्वारा नजरअंदाज किया जा रहा है। जैसे ही प्रधान ने यह बात कही, एसडीएम अंगद यादव ने इसका विरोध करने का प्रयास किया। लेकिन डीएम दिव्या मित्तल ने उन्हें बीच में रोकते हुए सख्त हिदायत दी कि वह फरियादियों से तमीज से बात करें और हर व्यक्ति की समस्या को ध्यान से सुनें, चाहे वह कोई भी हो।
डीएम की इस कड़ी हिदायत का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, और ग्रामीणों के बीच डीएम की इस कार्यशैली की खूब प्रशंसा हो रही है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि अब उनकी समस्याओं का समाधान जल्द होगा।
डीएम दिव्या मित्तल ने आगे बताया कि प्रभावित इलाके में राहत सामग्री वितरित कर दी गई है, और पानी की शुद्धता के लिए क्लोरीन की गोली भी दी गई है। गर्भवती महिलाओं को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है ताकि उनकी जरूरतों का विशेष ध्यान रखा जा सके। अगर कोई राजस्व संबंधित समस्या है, तो उसे भी पानी कम होने पर देखा जाएगा। डीएम ने विश्वास दिलाया कि प्रशासन हर संभव सहायता देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
Author: samachar
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