जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ जिले के हरिहरपुर गांव में इस वर्ष भी तीन दिवसीय “हरिहरपुर कजली महोत्सव-2024” का आयोजन किया जा रहा है, जो 26 से 28 अगस्त तक चलेगा। यह गांव पद्मभूषण पंडित छन्नू लाल मिश्र के पैतृक गांव के रूप में प्रसिद्ध है और यहां का हरिहरपुर घराना पूरे देश में विख्यात है।
इस महोत्सव की विशेषता यह है कि इसमें प्रसिद्ध भजन गायक पद्मश्री अनूप जलोटा और लोकगायिका पद्मश्री मालिनी अवस्थी अपनी मधुर आवाज से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाएंगे। कार्यक्रम में लगभग 150 कलाकार हिस्सा लेंगे, जिनमें हरिहरपुर घराने के कलाकारों के साथ-साथ स्थानीय बाल कलाकार भी शामिल होंगे।
उत्तर प्रदेश के संस्कृति विभाग द्वारा लोक कला और संस्कृति के प्रचार-प्रसार, संवर्धन एवं उन्नयन के लिए इस महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम हरिहरपुर के प्राइमरी स्कूल प्रांगण में आयोजित होगा। भारतीय संस्कृति में कजरी का विशेष महत्व है, जो वर्षा ऋतु में विभिन्न व्रत-उपवास, सांस्कृतिक आयोजन और त्योहारों की याद दिलाती है।
भातखंडे संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. सृष्टि धवन ने जानकारी दी कि इस महोत्सव में तीन प्रमुख कलाकार मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। 26 अगस्त को वाराणसी की प्रोफेसर नम्रता मिश्रा, 27 अगस्त को मुंबई से पद्मश्री भजन सम्राट अनूप जलोटा और 28 अगस्त को लखनऊ से पद्मश्री मालिनी अवस्थी अपनी प्रस्तुति देंगे।
इस महोत्सव में हरिहरपुर घराने के कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे, और स्थानीय बाल कलाकारों को उनकी प्रतिभा के लिए प्रतीक चिह्न देकर सम्मानित किया जाएगा। इस आयोजन से भारतीय संस्कृति और कला का प्रचार-प्रसार होगा और नई पीढ़ी को इसके महत्व से अवगत कराया जाएगा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."