चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
नोएडा से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां पुलिस ने एक फर्जी आईएएस अधिकारी को गिरफ्तार किया है।
इस युवक का नाम कृष्ण प्रताप सिंह बताया जा रहा है, जो खुद को आईएएस अधिकारी बताकर प्रदेश भर में घूमता था और लोगों को धोखा देकर पैसे ऐंठता था।
पुलिस ने इस फर्जी आईएएस के पास से एक गाड़ी, दो पिस्टल और चार मोबाइल बरामद किए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने उसके साथ तीन अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तारी का विवरण
पुलिस के अनुसार, आरोपी कृष्ण प्रताप सिंह अपने प्रभाव और दबदबे का दिखावा करके लोगों से पैसे वसूलता था। उसने अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगा रखी थी, जिससे लोग उस पर आईएएस होने का विश्वास कर लेते थे।
वह अलग-अलग सरकारी विभागों में जाता था और वहां खुद को आईएएस बताकर अधिकारियों पर काम करवाने का दबाव बनाता था। इसके अलावा, वह धनाढ्य व्यक्तियों को अपने जाल में फंसाकर उनसे ठगी करता था। पुलिस को उसके कब्जे से एक रिवॉल्वर और एक पिस्टल भी मिली है।
आरोपी का तरीका
कृष्ण प्रताप सिंह अपनी पहचान छिपाने और अपने फर्जी आईएएस होने का विश्वास दिलाने के लिए हमेशा अपनी गाड़ी पर लाल बत्ती लगाकर चलता था और खुद को गृह मंत्रालय में पोस्टेड बताता था। उसके साथ एक गनर भी होता था, जो उसकी सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि उसके रौब को और बढ़ाने के लिए था।
इस प्रकार, वह लोगों के सामने अपने आप को एक ऊंचे पद पर दिखाकर उनकी भावनाओं और विश्वास का फायदा उठाता था।
पुलिस की कार्रवाई
नोएडा पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है और उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि इस गिरोह ने अब तक कितने लोगों को अपना शिकार बनाया है और उनसे कितनी रकम वसूली है। साथ ही, पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस फर्जी आईएएस के और कौन-कौन से साथी हो सकते हैं और इसने कितने बड़े लोगों को अपने जाल में फंसाया है।
इस घटना ने शहर में हलचल मचा दी है, और लोग हैरान हैं कि एक फर्जी आईएएस इतने लंबे समय तक कैसे लोगों को धोखा दे सकता था। पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़ा गिरोह बेनकाब हुआ है, और उम्मीद की जा रही है कि इससे अन्य लोगों को भी सबक मिलेगा।
Author: samachar
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