जगदम्बा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़ : महराजगंज थाना क्षेत्र के नरोत्तमपुर गांव निवासी एक युवक सोमवार की शाम गांव के घर से बाजार वाले घर पर खाना खाने के लिए निकला, लेकिन नहीं पहुंचा। मंगलवार की सुबह उसका शव घर से कुछ दूर पर खंडहर में मिला। सूचना देने के बाद भी पुलिस काफी देर से पहुंची, जिससे नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया। मौके पर पहुंचे सीओ सगड़ी ने लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया था। हत्या की इस घटना का पुलिस अनावरण का दिया है। प्रकाश में आया अभियुक्त गिफ्तार कर घटना में प्रयुक्त आलाकत्ल ईंट बरामद किया है।
शुक्रवार को पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने पुलिस लाइन सभागार में हत्या की घटना का खुलासा करते हुए बताया कि पुलिस ने युवक को हत्या के सम्बन्ध में वादी मुकदमा सतीश चन्द्र मिश्रा की तहरीर पर थाना महराजगंज पर मुकदमा अपराध संख्या 318/24 धारा 103(1) बीएनएस बनाम कृष्णमणि मिश्रा व कृष्णचन्द्र मिश्रा समस्त पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा समस्त निवासी नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ के विरुद्ध पंजीकृत कर विवेचना प्रभारी निरीक्षक महराजगंज राजीव कुमार मिश्रा द्वारा सम्पादित की जा रही है ।
विवेचना के दौरान साक्ष्य संकलन से अभियुक्त रामचन्द्र मिश्रा पुत्र शीतला प्रसाद मिश्रा का नाम प्रकाश में आया तथा नामजद आरोपियों कृष्णमणि मिश्रा व कृष्णचन्द्र मिश्रा समस्त पुत्र जमुना प्रसाद मिश्रा समस्त निवासी नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ की नामजदगी गलत पायी गयी ।
8 अगस्त 2024 को प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार मिश्रा मय हमराह तथा वरिष्ठ उप निरीक्षक दलप्रताप सिंह मय हमराह नया चौक कस्बा महराजगंज में मौजूद थे कि सूचना मिली कि नरोत्तमपुर में हुई हत्या से सम्बन्धित अभियुक्त अपने घर के पास खड़ंजे पर खड़ा है। इस सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और अभियुक्त रामचन्द्र मिश्रा पुत्र शीतला प्रसाद मिश्रा साकिन नरोत्तमपुर थाना महराजगंज जनपद आजमगढ़ उम्र करीब 35 वर्ष को नरोत्तमपुर खड़ंजे से गिरफ्तार कर लिया। उसकी निशादेही पर घटनास्थल से हत्या में प्रयुक्त आलाकत्ल ईट व खून से सना टीशर्ट बरामद किया ।
गिरफ्तार अभियुक्त ने बताया कि प्रापर्टी के विवाद को लेकर अभियुक्त ने अपने भतीजे मृतक प्रभात मिश्रा की हत्या किया था।
अभियुक्त के पिता शीतला प्रसाद मिश्रा ने मृतक प्रभात मिश्रा की मां के नाम 2.5 बिस्सा जमीन की रजिस्ट्री कर दिया था तथा हाल ही में 01 जमीन के सुलह होने पर प्रभात मिश्रा के परिवार को 10 लाख रुपये मिले थे तथा अभियुक्त को कोई रूपया नही मिला था। 05 अगस्त 2024 को अभियुक्त चोरी छिपे कटहल तोडने गया था। जलती हुयी टार्च की रोशनी देखकर मृतक वहां आ गया तथा दोनों के बीच कहा सुनी हुयी।
अभियुक्त ने सोचा कि सभी भाईयों में मृतक ही एकलौता वारिस है इसे खत्म कर दिया जाय तो ठीक रहेगा और अभियुक्त रामचन्द्र ने मृतक के उपर ईट से प्रहार कर दिया जिससे उसकी मौके पर ही मृत्यु हो गयी ।
Author: samachar
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