हिमांशु नौरियाल की रिपोर्ट
उत्तराखंड में भारी बारिश ने बड़ा कहर बरपा दिया है, खासकर केदारनाथ क्षेत्र में। यहाँ हालात बहुत ही गंभीर हो गए हैं। केदारनाथ क्षेत्र में बादल फटने की सूचना मिली है, जिससे मंदाकिनी नदी का जलस्तर अचानक बहुत बढ़ गया है। गौरीकुंड में भी हालात बेहद खराब हो गए हैं, जहां बारिश के कारण अफरा-तफरी का माहौल बन गया है।
नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि से श्रद्धालुओं के बीच हड़कंप मच गया है। इसके तुरंत बाद एसडीआरएफ की टीम मौके पर भेजी गई है। इसके अलावा, केदारनाथ मार्ग पर एक बड़ा बोल्डर गिरने से रेलिंग और रास्ता क्षतिग्रस्त हो गया है, जिसके कारण यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है। पुलिस और एसडीआरएफ पूरी तरह से अलर्ट मोड पर हैं।
पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक भदाणे ने बताया कि केदारनाथ के पैदल मार्ग पर भी भारी बारिश हो रही है और भीमबली-जंगलचट्टी के बीच भूस्खलन की घटनाएं हुई हैं।
बिजली और संचार साधनों की कमी के कारण पूरी स्थिति की जानकारी प्राप्त नहीं हो पाई है, लेकिन 250 यात्रियों को भीमबली में सुरक्षित रखा गया है। यात्रा मार्ग पर पुलिस को सतर्क कर दिया गया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण केदारनाथ और यमुनोत्री की चारधाम यात्रा को रोक दिया गया है। पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने पुष्टि की कि यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ठहराया गया है और अभी तक किसी जानी हानि की सूचना नहीं मिली है। सूत्रों के अनुसार, सुरकंडा के पास भी बादल फटने की घटनाएं सामने आई हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा कंट्रोल रूम से लगातार अपडेट लिया है और एनडीआरएफ तथा एसडीआरएफ को अलर्ट पर रखा है। उन्होंने बताया कि केदारनाथ धाम की यात्रा कर रहे सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। जिलाधिकारियों और एसडीआरएफ की टीमों को संवेदनशील क्षेत्रों की निगरानी के लिए तैनात किया गया है। मुख्यमंत्री धामी ने जिलाधिकारियों से निरंतर अपडेट भी लिया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बुरा हाल हो गया है। टिहरी जिले के नौताड़ क्षेत्र में बादल फटने से गंभीर नुकसान हुआ है।
यहाँ के भिलंगना ब्लॉक में मलबे के बहने से दो लोगों की मौत हो गई है और एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ है। नौताड़ में एक होटल बह जाने से होटल मालिक और उनके परिवार के तीन लोग लापता हो गए थे।
एसडीआरएफ की टीम ने खोजबीन करके दो शवों को 100 किलोमीटर दूर से बरामद किया और एक घायल व्यक्ति को इलाज के लिए अस्पताल भेजा।
केदारनाथ क्षेत्र में भी भारी बारिश के चलते गंभीर स्थिति उत्पन्न हो गई है। गौरीकुंड में गरम कुंड बह गया है और प्रशासन ने एहतियातन गौरीकुंड को खाली करवा दिया है। केदारनाथ मार्ग पर भी भारी तबाही हुई है। जंगलचट्टी से भीमबली के बीच लिनचोली के पास बादल फटने से मंदाकिनी नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है।
तप्त कुंड और केदारनाथ पैदल मार्ग का लगभग 25 मीटर हिस्सा भी बह गया है। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए गौरीकुंड और सोनप्रयाग बाजार को खाली करवा दिया है और 200 यात्रियों को भीमबली में रोक लिया है।
भूस्खलन और बारिश के कारण रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड हाईवे कई जगहों पर बाधित हो गया है। पहाड़ी से लगातार पत्थर और मलबा गिर रहे हैं, जिससे यातायात में बाधा आ रही है। हरिद्वार में भी भारी बारिश ने कहर बरपाया है। बहादराबाद थाना क्षेत्र के ग्राम भौरी डेरा में मकान की छत गिरने से दो बच्चों की मौत हो गई और 9 लोग घायल हुए हैं। चमोली जिले में भी बेलचोरी नामक स्थान पर एक मकान गिर गया है, जिसमें एक महिला और एक बच्चा लापता हैं।
उत्तराखंड के मौसम विभाग ने सात जिलों के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और जिला प्रशासन पूरी तरह से सक्रिय हैं और बचाव कार्यों के लिए राहत दल मौके पर तैनात किए गए हैं।
Author: samachar
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