Explore

Search
Close this search box.

Search

November 24, 2024 6:41 pm

लेटेस्ट न्यूज़

अजनबी पर भरोसा किया तो जिस्म का हो गया सौदा, फिर रेड लाइट एरिया में पंहुचे इस सौदागर ने जान और इज्जत दोनों बचाई

32 पाठकों ने अब तक पढा

प्रदीप पंडित की रिपोर्ट

पूर्णिया(बिहार) के एक रेड लाइट एरिया में मानव तस्करी की एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां कोलकाता की एक महिला को पिछले तीन महीनों से जबरन देह व्यापार में धकेला जा रहा था। महिला का पति जब इस बारे में जान पाया, तो उसने कोलकाता पुलिस के सहयोग से पूर्णिया पहुंचकर अपनी पत्नी को रेस्क्यू किया।

महिला का पति, जो बेगूसराय जिले के बरौनी थाना क्षेत्र का निवासी है और वर्तमान में कोलकाता में निजी नौकरी करता है, ने बताया कि तीन महीने पहले पत्नी से किसी विवाद के बाद उसने अपने दोनों बच्चों के साथ घर छोड़ दिया। पति ने कई दिनों तक उन्हें खोजने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं मिले। अंततः उसने हुगली के टाउन थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।

तीन महीने तक पत्नी और बच्चों की तलाश करते हुए, पति को अचानक एक फोन आया। एक व्यक्ति ने बताया कि उसकी पत्नी पूर्णिया के रेड लाइट एरिया में है और उसने उसकी तस्वीर भी भेजी। पति ने पत्नी को पहचान लिया और तुरंत पूर्णिया पहुंचा।

पूर्णिया पहुंचकर, पति ने पुलिस को पूरी जानकारी दी और डीआईजी की मदद से सदर थाना पहुंचा। थानाध्यक्ष राजीव कुमार लाल ने गंभीरता को देखते हुए महिला के रेस्क्यू के लिए टीम बनाई, जिसमें महिला थानाध्यक्ष ज्योति कुमारी भी शामिल थीं। पुलिस ने रेड लाइट एरिया में दबिश दी, जिससे वहां अफरातफरी मच गई और संचालिका मधु तथा उसका पति मो. कुदरत पुलिस को चकमा देकर भाग गए। हालांकि, पति ने अपनी पत्नी को पहचान लिया और उसे सकुशल रेस्क्यू किया।

पीड़ित महिला ने बताया कि वह सीतामढ़ी की रहने वाली है। पति से झगड़े के बाद, उसने बच्चों के साथ स्टेशन जाकर ट्रेन में सवार हो गई। ट्रेन में सफर कर रहे एक व्यक्ति ने उसे घरेलू काम के लिए नौकरी देने का वादा किया और उसे पूर्णिया ले आया। महिला को पूर्णिया की स्थिति के बारे में पता नहीं था और उसे एक घर में लाकर रखा गया, जहां उसे पता चला कि यह रेड लाइट एरिया है। उसके दोनों बच्चों को भी उससे छीन लिया गया।

महिला ने बताया कि संचालिका और उसके पति ने उसे धमकाया कि अगर उसने उनकी बात नहीं मानी, तो बच्चों को मार देंगे। अंततः, महिला को यह पता चला कि ट्रेन में मिले व्यक्ति ने उसे 50 हजार रुपये में बेच दिया था।

महिला ने कई ग्राहकों को अपनी आपबीती सुनाई, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। अंततः एक ग्राहक ने तरस खाकर उसके पति को सारी बात बताई और उसकी जान बचाई।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़