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November 22, 2024 2:01 pm

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एक ओर भाजपा कलह काल से गुजर रही है तो दूसरी ओर अखिलेश-राहुल ने मिलकर चल दी चाल… पूरी खबर पढें

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सर्वेश‌ द्विवेदी की रिपोर्ट

भाजपा में आंतरिक कलह के बीच, इंडिया गठबंधन ने आगामी 10 विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए अपनी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है। सूत्रों के अनुसार, उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) के बीच प्रारंभिक बातचीत हो रही है, जिसमें सीटों के बंटवारे पर चर्चा हो रही है। 

सीट बंटवारा

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस सपा से अधिक सीटें मांग रही है। कांग्रेस फूलपुर मझवां, मीरापुर, और कुंदरकी सीटों पर दावा ठोक रही है, जबकि सपा 2-3 सीटें देने को तैयार है।

गठबंधन की रणनीति

अखिलेश यादव और राहुल गांधी ने तय किया है कि गठबंधन के सभी बड़े नेताओं को प्रचार में उतारा जाएगा ताकि 10 सीटों पर जीत हासिल की जा सके। 

इंडिया गठबंधन का लिटमस टेस्ट

   – लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद यह उपचुनाव गठबंधन के लिए अग्निपरीक्षा साबित होगा। कांग्रेस ने सपा पर अधिक सीटें देने का दबाव बनाया है, जिससे सीट बंटवारे पर बातचीत जटिल हो गई है।

योगी सरकार के लिए दांव पर सब कुछ

   – उपचुनाव में सफलता मिली तो योगी सरकार को मजबूती मिलेगी, लेकिन असफलता पर विरोध के सुर और तेज हो सकते हैं।

सपा के लिए आसान राह

   – मैनपुरी के करहल सीट पर अखिलेश यादव मजबूत स्थिति में हैं।

   – मुरादाबाद की कुंदरकी सीट सपा के लिए आसान नहीं है।

   – कानपुर की सिसामऊ सीट भी सपा का मजबूत गढ़ है।

   – अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट सपा के राष्ट्रीय महासचिव लालजी वर्मा की मजबूत पकड़ में है।

   – फैजाबाद लोकसभा क्षेत्र की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी सभी की नजरें होंगी, जहां सपा अवधेश प्रसाद के बेटे को टिकट देने जा रही है।

एनडीए के लिए चुनौतीपूर्ण सीटें

प्रयागराज की फूलपुर, अलीगढ़ की खैर, गाजियाबाद और मझवां सीटों पर एनडीए की स्थिति मजबूत हो सकती है, लेकिन मुजफ्फरनगर की मीरापुर सीट एनडीए के लिए कठिन साबित हो सकती है।

प्रचार की योजना

सूत्रों का दावा है कि सपा और कांग्रेस उपचुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं और इंडिया गठबंधन इन चुनावों में अपने प्रमुख नेताओं को प्रचार में उतारेगा। 

इस प्रकार, उपचुनावों के लिए इंडिया गठबंधन की तैयारी जोर-शोर से चल रही है, और दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर बातचीत महत्वपूर्ण मोड़ पर है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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