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November 1, 2024 9:01 pm

सोचा नहीं होगा ये अंतिम यात्रा होगी…भयंकर ट्रेन दुर्घटना में अब तक 4 मौत की पुष्टि, घायलों का इलाज जारी, तस्वीरें👇 कलेजा चीर देती है…

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रामकुमार सोनी की रिपोर्ट

गोंडा में एक भीषण रेल हादसा हुआ है। चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जा रही 15904-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस दुर्घटनाग्रस्त हो गई है, जिसमें अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। 

हालांकि, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौतों की संख्या और भी बढ़ सकती है। रेलवे विभाग ने इस हादसे के बाद तुरंत उचित कार्रवाई शुरू कर दी है।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, ट्रेन की गति काफी तेज थी और अचानक एक जोरदार आवाज सुनाई दी, जो बम फटने जैसी थी। इस आवाज के बाद, लोग दर्द से कराहते हुए नजर आए। हादसे में करीब 10 बोगियां पटरी से उतर गईं और चार से पांच बोगियां पलट गईं। इनमें से एक बोगी नीचे खेत में पलट गई, जहां बारिश के कारण पानी जमा था। इस पानी में भी कई यात्री गिर पड़े और उन्हें भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

हादसे के बाद, ट्रेन में सफर कर रहे एक यात्री ने पूरी घटना के बारे में जानकारी दी। लखनऊ से सवार हुए यात्री अविनाश शुक्ला ने बताया कि बाराबंकी से ही ट्रेन में झटके आने लगे थे। गोंडा से आगे निकलते ही ट्रेन झुलाही स्टेशन के पास पहुंची, तो एक जोरदार झटका लगा, जिससे ऐसा लगा मानो बम फटा हो। इसके बाद, ट्रेन पटरी से उतरती चली गई और यात्रियों को जोरदार झटके लगे। कुछ यात्री अपनी सीट से उछल गए और दूसरे स्लीपर से टकरा गए। महज दो से तीन मिनट के भीतर चारों तरफ चीख-पुकार मच गई।

अविनाश शुक्ला ने बताया कि बाराबंकी से आगे बढ़ते ही ट्रेन में झटके आने लगे थे, जिससे यात्रियों को परेशानी हो रही थी। हालांकि, ट्रेन प्रबंधन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। गोंडा से दोपहर 2 बजे रवाना हुई ट्रेन दोपहर 2:26 बजे झुलाही स्टेशन पहुंची, जहां हादसा हो गया। चार से पांच बोगियों के पलटने के कारण लोग दब गए और कई की मौत हो गई। एसी बोगियों को इस हादसे में सबसे अधिक नुकसान हुआ, जबकि स्लीपर बोगियों में भीड़ होने के कारण लोग बैठे थे और उन्हें ज्यादा चोटें आईं।

रेलवे ने तुरंत राहत कार्य शुरू कर दिया है और सीनियर अधिकारी मौके पर रवाना हो गए हैं। डॉक्टरों की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है और घायलों को प्राथमिक उपचार दिया जा रहा है। इसके अलावा, रेलवे ने हादसे के कारणों की जांच शुरू कर दी है। गोरखपुर रूट पर कुछ ट्रेनों के रूट में बदलाव भी किया गया है। अविनाश शुक्ला और उनके साथियों ने अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें आगे की यात्रा जारी रखने के लिए उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."