नीतेश कटियार की रिपोर्ट
हाथरस के सत्संग में भगदड़ के कारण एक महिला की मौत हो गई, लेकिन उसके घर में लगी नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा की तस्वीर यह दर्शाती है कि आस्था की जड़ें कितनी गहरी हैं। दवा की बोतल महज एक संयोग हो सकती है, लेकिन उनके भक्तों के लिए बाबा ही दवा भी हैं और दुआ भी। यह दिखाता है कि बेसहारा और मुसीबत में घिरे लोग कितने अकेले हैं कि उन्हें बाबा ही भगवान लगने लगे हैं। उनके भक्त उन्हें विष्णु भगवान और माता लक्ष्मी का अवतार मानते हैं और कहते हैं कि बाबा ने ही यह संसार रचा है।
भक्तों के अनुसार बाबा के बिना उनका जीवन अधूरा है। उनमें से कई बीमार हैं या भूत-बाधा से पीड़ित हैं। कुछ सिर्फ सुनी-सुनाई बातों पर विश्वास कर बाबा को भगवान मान बैठे हैं। वे सभी कहते हैं कि बाबा ही उनके भगवान हैं, चाहे कोई माने या न माने।
बाबा की पहुंच इतनी है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्हें सज्जन व्यक्ति कहा। एफआईआर में बाबा का नाम नहीं है और केवल सेवादारों को गिरफ्तार किया जा रहा है। आस्था इतनी गहरी है कि बाबा इतनी मौतों के बावजूद आजाद हैं।
भक्त कहते हैं कि बाबा भगवान हैं और कोई भी पुलिस, प्रशासन, या सेना उन्हें पकड़ नहीं पाएगी।
हाथरस हादसे के बाद नारायण साकार हरि के कई भक्त सामने आए हैं और उन्हें भगवान मानते हैं। एक भक्त ने कहा कि तीर्थ यात्रा पर भी लोग मरते हैं और यह भी वैसी ही घटना है। वे मानते हैं कि बाबा को बदनाम करने की साजिश हो रही है।
एक भक्त ने बताया कि नारायण साकार हरि की पत्नी जगतजननी हैं और वे पूरे संसार को गोदी में लेकर बैठी हैं।
एक गोपिका ने बताया कि उन्होंने नारायण साकार हरि के नौ रूप देखे हैं और वे भगवान के रूप में पृथ्वी पर आए हैं।
इस मामले में 121 मौतों के बाद बाबा को लेकर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। एक मामूली नौकरी करने वाला यह शख्स अब करोड़ों की संपत्ति का मालिक बन चुका है। पुलिस ने अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें से दो आज गिरफ्तार हुए हैं।
जांच के दौरान गवाहों ने बताया कि भगदड़ के समय बाबा ने लोगों को चरण रज लेने को कहा था जिससे भगदड़ मच गई।
नारायण साकार हरि के वकील ने दावा किया कि भगदड़ के दौरान जहरीले स्प्रे का इस्तेमाल किया गया था। वकील का दावा है कि 15-16 लोग स्प्रे के साथ वहां थे और यह सब एक साजिश थी।
पुलिस अब बाबा के ट्रस्ट में आए पैसों की जांच कर रही है और देख रही है कि इतनी फंडिंग कहां से आई।
Author: samachar
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