ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में मंगलवार को एक सत्संग के दौरान हुई भगदड़ में एक सौ से अधिक लोगों की मौत के मामले में चित्रकूट के जगद्गुरु, पद्मविभूषण से सम्मानित स्वामी रामभद्राचार्य ने कड़ा बयान दिया है। उन्होंने भोले बाबा हरिनारायण साकार की निंदा करते हुए कहा कि वह खुद को हरिनारायण बनाना चाहता था और सत्संग में सूट-बूट पहनकर प्रवचन देना परंपरा के खिलाफ है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि अगर यह व्यक्ति सच में हरिनारायण था तो उसके सत्संग में इतनी बड़ी संख्या में लोगों की मौत कैसे हो गई? उन्होंने कहा, “मैं तो कहता हूँ कि उसे तुरंत गिरफ्तार करके आजीवन कारावास की सजा दी जानी चाहिए।”
जगद्गुरु ने आगे कहा कि भोली-भाली जनता को बहकाकर उसे मुसीबत में डाल दिया गया। इसके लिए प्रशासन को दोषी नहीं ठहराया जा सकता क्योंकि उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई थी। उन्होंने सरकार और प्रशासन से कठोर कार्रवाई करने की मांग की और कहा, “हम उस व्यक्ति को जानते भी नहीं हैं। सत्संग की एक मर्यादा होती है और इसके लिए सरकार और प्रशासन से अनुमति लेनी चाहिए। उसने प्रशासन को कोई सूचना नहीं दी और एक लाख की भीड़ जुटा ली।”
स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि इस मामले में आरोपी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उसे आजीवन कारावास की सजा दी जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि असत्य फैलाकर लोग भीड़ जुटाते हैं और जनता खुद मूर्ख थी जो इतनी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गई और अब सरकार को बदनाम कर रही है। उन्होंने जनता से अपील की कि वह आरोपी के घर बहादुरपुर जाकर उससे सवाल पूछे और उसके घर को घेर ले।
स्वामी रामभद्राचार्य ने अंत में कहा कि हम लोग जगद्गुरु हैं और हमारी एक मर्यादा है जिसे हमें निभाना चाहिए।
Author: samachar
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