किरण चौधरी की रिपोर्ट
सोमवार को संसद की कार्रवाई में राहुल गांधी ने भाषण दिया, जिसमें उन्होंने भगवान शंकर की तस्वीर दिखाई। इस पर स्पीकर ने उन्हें नियमों का हवाला देते हुए रोक दिया। राहुल ने सवाल किया कि क्या भगवान शंकर की फोटो दिखाना भी मना है? स्पीकर ओम बिरला ने बताया कि नियमों के अनुसार सदन में किसी तरह के प्लेकार्ड की इजाजत नहीं है।
राहुल गांधी ने कहा कि हम भगवान शिव की तरह नीलकंठ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी कहते हैं कि महात्मा गांधी मर चुके हैं और उन्हें एक फिल्म द्वारा पुनर्जीवित किया गया था। राहुल ने कहा कि सभी धर्म साहस की बात करते हैं और हमें डरना नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और सरकार लगातार सबको डरा रही है। इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने पलटवार किया और कहा कि पूरे हिंदू समाज को हिंसक कहना गंभीर विषय है।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और निशिकांत दुबे ने भी इस पर सवाल उठाया। स्पीकर ने राहुल गांधी को नसीहत दी कि आपत्तिजनक बातें न बोलें। राहुल ने कहा कि हिंदू हिंसा नहीं फैला सकता है, अगर ऐसा कोई करता है तो वह भाजपा है।
उन्होंने अयोध्या का जिक्र किया और अयोध्या के सांसद से हाथ मिलाने लगे, जिस पर अमित शाह ने आपत्ति जताई। उन्होंने स्पीकर से पूछा कि क्या नेता प्रतिपक्ष को नियमों से छूट दी गई है?
Author: samachar
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