अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उसने हाल में संपन्न लोकसभा चुनाव में ‘भय और भ्रम की राजनीति’ की तथा ‘संसद पर हमले के दोषी का समर्थन करने वालों को’ लोकसभा चुनाव में टिकट दिया।
राष्ट्रपति अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने ऐसे लोगों को बीते चुनाव में टिकट दिया जिन्होंने कहा था कि ‘प्रधानमंत्री की बोटी बोटी कर देंगे’, उन्होंने ‘देश के टुकड़े टुकड़े करने की सोच वालों’ और ‘संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरु को माफी देने की बात करने वालों को’ पार्टी में शामिल किया और चुनाव में टिकट दिया। ठाकुर ने कहा, ‘‘इन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए 140 करोड़ भारतवासियों में कोई और नहीं मिला।’’
सदन में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए भाजपा सांसद ने कहा, ‘‘आप चुनाव जहां से लड़ने गए, वहां पीएफआई और मुस्लिम लीग जैसी संस्थाओं का समर्थन लेकर आप जीतकर आए हैं। इनका इतिहास ही ऐसा रहा है।’’ उनका इशारा केरल के वायनाड संसदीय क्षेत्र से राहुल गांधी की जीत की ओर था।
ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस दावा करती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का तीसरा कार्यकाल उनकी अग्निपरीक्षा है। उन्होंने कहा, ‘‘यह प्रधानमंत्री मोदी नहीं, नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अग्निपरीक्षा है जो अब तक बिना जिम्मेदारी के अधिकारों के मजे लेते रहे। अब उन्हें जिम्मेदारी उठानी पड़ेगी।’’
ठाकुर ने कहा कि अब देखना होगा कि पिछली लोकसभा में 50 प्रतिशत से कम उपस्थिति रखने वाले और ‘बंक’ मारने वाले राहुल गांधी क्या विपक्ष को एकजुट रख पाएंगे और विपक्ष के नेता की जिम्मेदारी निभा पाएंगे? इस दौरान राहुल गांधी सदन में उपस्थित नहीं थे।
ठाकुर ने कहा, ‘‘अब अनुपस्थिति वाली जमींदारी नहीं चलेगी।’’ उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व उपलब्धि हासिल करते हुए चंद्रयान को सफलतापूर्वक चंद्रमा पर पहुंचाया, लेकिन ‘‘कांग्रेस का राहुलयान सफल नहीं हो पाया।’’
ठाकुर ने दावा किया कि लगातार तीन लोकसभा चुनाव के बाद भी 100 सीट के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई कांग्रेस पार्टी इस तरह दर्शाने की कोशिश कर रही है कि उसकी 99 सीटें भाजपा की 240 सीट से अधिक हैं।
भाजपा नेता ने दावा किया कि इस चुनाव में विदेशी ताकतों का हाथ भी देखा गया। उन्होंने कहा कि ईवीएम पर आरोप लगाने वाले विपक्षी सदस्य अब क्यों चुप हैं। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 27 जून को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करते हुए अभिभाषण दिया था।
अभिभाषण का उल्लेख करते हुए ठाकुर ने कहा कि 2024 का लोकसभा चुनाव नीति, नियत, निष्ठा और निर्णयों का चुनाव था जिसमें जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को ऐतिहासिक जनादेश दिया और दस साल के सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण के महा अनुष्ठान पर मुहर लगाई।
उन्होंने कहा कि नरेन्द्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री रहने से लेकर अब तक 23 वर्ष के शासन में कभी एक दिन की छुट्टी नहीं ली और अपनी मां के निधन के बाद भी उनके अंतिम संस्कार के दो घंटे के भीतर देश की सेवा में लग गए।
ठाकुर ने कहा कि देश को विकसित बनाने में विपक्ष का भी सहयोग मिलना चाहिए और इसमें ‘तेरा मेरा’ या विचारधारा की राजनीति नहीं होनी चाहिए, क्योंकि यह देश का काम है। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस नीत संप्रग सरकार के दस साल के कार्यकाल में घोटाले पर घोटाले सामने आते रहे, लेकिन मोदी सरकार पर पिछले 10 साल में एक रुपये के भ्रष्टाचार का भी आरोप नहीं है।
भाजपा नेता ने 2014 में मोदी सरकार बनने से पहले और सरकार बनने के बाद के दस साल में देश की अर्थव्यवस्था दुनिया में 11वें से पांचवें स्थान पर पहुंचने के साथ ही जीडीपी, मुद्रास्फीति, एफडीआई, विदेशी मुद्रा भंडार, नल से जल के कनेक्शन, शौचालयों के निर्माण, पक्के मकानों, स्टार्टअप की संख्या आदि आंकड़ों की तुलना करते हुए कहा कि संप्रग सरकार की रफ्तार से देश चलता तो ‘वहीं खड़ा रहता।’
ठाकुर ने दावा किया कि मोदी सरकार के कार्यकाल में बैंकिंग क्षेत्र मजबूत हुआ है, एनपीए 15 प्रतिशत से घटकर तीन प्रतिशत रह गया है, शिक्षा ऋण से लेकर सभी तरह के ऋण की दर कम हुई है, वहीं जनधन, आधार और मोबाइल फोन के ‘त्रिकोण’ ने आम आदमी के उत्थान में बड़ी भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की पहचान ‘विकास भी, विरासत भी’ की है।
इस दौरान जब द्रमुक सदस्य दयानिधि मारन कुछ टोकाटोकी कर रहे थे तो ठाकुर ने कहा, ‘‘इनके एक नेता ने कहा था कि सनातन धर्म बीमारी की तरह है, इसे नष्ट किया जाना चाहिए। ये हमें स्वीकार्य नहीं है। देश में मुगल और अंग्रेज आए और चले गए, लेकिन सनातन था, है और रहेगा।’’ इस दौरान द्रमुक तथा विपक्षी दलों के अन्य सदस्य टीका-टिप्पणी कर रहे थे।
ठाकुर ने कहा, ‘‘हम सौभाग्यशाली हैं कि 100 साल में आई सबसे बड़ी आपदा कोविड से बच गए और हमारे सामने भव्य और दिव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ।’’ उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘ये सनातन को कुचलने की बात करते हैं। राम मंदिर का विरोध इन्होंने किया। इनमें कुछ ऐसे बैठे हैं जिन्होंने राम भक्तों पर गोली चलवाई, कुछ ने भगवान राम को तंबू में रखा।’’ उन्होंने प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पर संविधान की मूल भावना से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
ठाकुर ने कहा, ‘‘नेहरू जी ने तो संविधान की आत्मा को ही खत्म कर दिया था। मैं डंके की चोट पर यह बात कहता हूं। उन्होंने संविधान बनने के 15 दिन के अंदर अनुच्छेद 19 पर अंकुश लगाने का प्रयास किया। कुछ पत्रिकाओं में आलोचना हुई थी तो नेहरूजी ने कार्रवाई की।’’
भाजपा नेता ने कहा कि इंदिरा गांधी ने तो 1975 में आपातकाल लगाकर ‘संविधान की हत्या’ ही कर दी थी और वो काला अध्याय देश भूलेगा नहीं। उन्होंने कहा कि इंदिरा ने 21 महीने में पांच संविधान संशोधन किये थे ‘‘और एक तरह से अपने हिसाब से मिनी संविधान ही तैयार कर दिया।’’
ठाकुर ने कहा कि उनके प्रधानमंत्री रहते ‘ब्लू स्टार ऑपरेशन’ हुआ था और 1984 के दंगे देश भूला नहीं है जिसमें सिखों का कत्लेआम हुआ था। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस को इसके लिए देश से माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि यदि नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी संविधान को बचाने की बात करते हैं तो सदन में आकर आश्वासन दें कि कांग्रेस भविष्य में कभी आपातकाल जैसी गलती नहीं करेगी, वह कहें कि आपातकाल पर सदन में लाए गए प्रस्ताव से सहमत हैं और वह आपातकाल के लिए देश से माफी मांगें।
ठाकुर ने कांग्रेस पर संविधान निर्माता डॉ बीआर आंबेडकर को अपमानित करने और राजनीति से बाहर करने की कोशिश का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास गवाह है कि धर्मनिरपेक्ष शब्द और संविधान का अपने लिए दुरुपयोग कांग्रेस ने किया।’’
ठाकुर ने कहा कि आज कांग्रेस के सदस्य हाथ में संविधान की प्रति दिखा रहे हैं, लेकिन जिस पार्टी की बुनियाद ही ‘संविधान की हत्या और संविधान के खून से बनी हो’, उसकी संविधान बचाने की बात गले नहीं उतरती। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस के सदस्यों ने संविधान के पन्ने भी पलटकर नहीं देखे, केवल दिखावे के लिए उसकी प्रति लहरा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि ‘इंदिरा इज इंडिया और इंडिया इज इंदिरा’ के नारे से अपना अहंकार दिखाने वाली कांग्रेस की केंद्र सरकारों ने 93 बार से ज्यादा अनुच्छेद 356 का दुरुपयोग कर राज्यों की सरकारों को बर्खास्त किया।
ठाकुर ने चुनाव के समय कांग्रेस की ओवरसीज इकाई के प्रमुख सैम पित्रोदा के एक कथित नस्लभेदी बयान का और उन्हें पद से हटाये जाने का जिक्र करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने उन्हें फिर से पद पर बैठाया है।
ठाकुर ने कहा, ‘‘राहुल गांधी को जिम्मेदारी लेनी पड़ेगी। उन्हें बताना होगा कि क्या वह पित्रोदा के बयान से सहमत हैं। नस्लभेदी टिप्पणी हमें स्वीकार नहीं।’’ उन्होंने सदन में शपथ लेते समय एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी के ‘जय फलस्तीन’ का नारा लगाने का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसे नारे मंजूर नहीं हैं।
ठाकुर ने कहा, ‘‘आप भारत माता की जय का नारा नहीं लगा सकते, जय फलस्तीन का नारा लगाएंगे। क्या इस सदन में कभी जय पाकिस्तान और जय चीन भी बोला जाएगा।’’ उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर में इस चुनाव में रिकॉर्ड मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि जहां नेहरूजी की गलती की वजह से जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 लगाया गया और कांग्रेस की गलती की वजह से कश्मीर का एक हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में चला गया, वहीं मोदी सरकार ने उस राज्य में अलगाववाद और आतंकवाद पर नकेल कसकर और अनुच्छेद 370 को हटाकर देश की मुख्यधारा में शामिल किया। उन्होंने कहा कि इस सरकार में देश का रक्षा उत्पादन और निर्यात भी बढ़ा है।
ठाकुर ने देश में कई स्थानों से सशस्त्र बल विशेषाधिकार कानून (आफस्पा) हटाये जाने, नागरिकता संशोधन कानून लाने, न्याय देने की मानसिकता वाले तीन अपराध कानून लाने जैसे निर्णयों का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार हर क्षेत्र में देश को आगे बढ़ा रही है। ठाकुर ने कहा कि मोदी सरकार के पिछले दो कार्यकाल में जैसा काम हुआ, इस कार्यकाल में उससे आगे बढ़कर काम होगा और ‘विकास का रथ’ रुकेगा नहीं।
धन्यवाद प्रस्ताव का समर्थन करते हुए भाजपा की नवनिर्वाचित सांसद बांसुरी स्वराज ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की जन कल्याणकारी योजनाओं के असर और उन पर जनता के अगाध विश्वास के कारण इस सरकार को पूर्ण बहुमत का जनादेश मिला है। उन्होंने कहा कि इस सरकार की कथनी और करनी में अंतर नहीं और इसने अनुच्छेद 370 हटाने, राम मंदिर बनवाने, सीएए लाने, वन रैंक वन पेंशन लाने जैसे वादों को पूरा करके दिखाया है। उन्होंने कहा कि सरकार के 2024 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प के चार मुख्य स्तंभ ‘युवा शक्ति, नारी शक्ति, किसान कल्याण और गरीब कल्याण’ हैं।
बांसुरी ने कहा कि उनकी मां और तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने 16 वीं लोकसभा में महिला आरक्षण के सपने की बात की थी और प्रधानमंत्री मोदी ने अगली ही लोकसभा में उनके इस सपने को पूरा कर दिया। बांसुरी ने कहा, ‘‘दिल्ली के मुख्यमंत्री (अरविंद केजरीवाल) सत्ता के मोह से मदमस्त हैं और कहते हैं कि जेल से सरकार चलाएंगे।’’
भाजपा सदस्य का कहना था कि ‘‘धर्म तो नरेन्द्र मोदी के पाले में है। छह दशक बाद देवतुल्य जनता ने प्रधानमंत्री मोदी को लगातार तीसरी बार अपना आशीर्वाद दिया है तथा राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार बनी है।’’
पेशे से वकील बांसुरी ने तीन नए आपराधिक कानूनों का उल्लेख करते हुए कहा कि विधि पेशे से जुड़े लोगों में उत्साह का माहौल है क्योंकि भारत में एक जुलाई से भारतीय न्याय संहिता लागू हो रही है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."