परवेज़ अंसारी की रिपोर्ट
संसद सत्र के शपथ ग्रहण के दिन से ही सरकार और विपक्ष के बीच तनाव और तकरार की स्थिति बनी हुई है। यह विवाद कभी शपथ ग्रहण के बाद गूंजे नारों को लेकर होता है, तो कभी नीट पेपर लीक मामले पर संसद में हंगामा हो जाता है।
शुक्रवार को नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जब बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने कहा कि उनका माइक बंद कर दिया गया है। कांग्रेस पार्टी ने भी माइक बंद किए जाने का आरोप लगाया। इस पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सफाई देते हुए कहा कि उनके पास किसी सदस्य के माइक का बटन नहीं है और वह इस तरह की कोई व्यवस्था नहीं कर सकते।
माइक बंद होने को लेकर विवाद
राहुल गांधी और विपक्षी सांसद नीट पर चर्चा की मांग कर रहे थे। इस पर स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि इस समय राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है और नीट मुद्दे पर अलग से चर्चा की जाएगी। इस दौरान विपक्ष के नेताओं ने माइक बंद किए जाने का आरोप लगाया। स्पीकर ने इसे खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि माइक बंद करने की कोई व्यवस्था नहीं है और उनके पास ऐसा कोई बटन नहीं है।
नीट मुद्दे पर राहुल गांधी के सवाल
हंगामे के बाद राहुल गांधी ने फिर से नीट मुद्दे को उठाया और सरकार से इस पर सवाल पूछे। उन्होंने कहा कि वे देश के छात्रों को केवल विपक्ष नहीं बल्कि सरकार की ओर से भी एक संदेश देना चाहते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि नीट मुद्दा महत्वपूर्ण है और इस पर सम्मानजनक और समर्पित चर्चा होनी चाहिए।
हालांकि, स्पीकर ओम बिरला इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार नहीं हुए और उन्होंने दूसरे सांसदों का नाम पुकारना शुरू कर दिया। यह भी उल्लेखनीय है कि जब सांसद धर्मेंद्र प्रधान शपथ ले रहे थे, तब भी विपक्षी दलों के सांसद नीट-नीट के नारे लगा रहे थे। निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने भी रीनीट की टीशर्ट पहनकर शपथ ली थी।
इस तरह, संसद सत्र के दौरान नीट पेपर लीक मामला और माइक बंद होने का आरोप एक महत्वपूर्ण मुद्दा बना रहा, जिससे सरकार और विपक्ष के बीच तनाव बढ़ता गया।
Author: samachar
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