अंजनी कुमार त्रिपाठी की रिपोर्ट
18वीं लोकसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन संसद में कई अजीबो-गरीब नजारे देखने को मिले। मंगलवार को नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ लेने का सिलसिला जारी रहा। सुबह के समय महाराष्ट्र के सांसदों ने शपथ ली और भोजन अवकाश के बाद उत्तर प्रदेश के सांसदों को शपथ दिलाई गई। विभिन्न पृष्ठभूमियों से आए सांसदों ने अपने-अपने क्षेत्र, धर्म और आस्था से जुड़े नारे लगाए, जिससे संसद कभी ‘जय श्रीराम’, कभी ‘राधे-राधे’ तो कभी ‘जय संविधान’ के नारों से गूंजता रहा।
अरुण गोविल की शपथ
मेरठ लोकसभा सीट से निर्वाचित भारतीय जनता पार्टी के सांसद अरुण गोविल ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। जब उनका नाम पुकारा गया, तो सत्तापक्ष के कुछ सदस्यों ने ‘जय श्री राम’ का नारा लगाया। जैसे ही अरुण गोविल शपथ लेने के लिए आगे बढ़े, कुछ लोग पीछे से चिल्लाने लगे, “बेईमानी से जीत हो, बेईमानी से जीते हो।” शपथ के बाद अरुण गोविल ने ‘जय श्रीराम’ और ‘जय भारत’ का नारा लगाया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के सांसदों ने ‘जय अवधेश- जय अवधेश’ का नारा लगाया, जिस पर फैजाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद अवधेश प्रसाद खड़े होकर हाथ जोड़ने लगे।
अरुण गोविल ने टीवी के मशहूर धारावाहिक ‘रामायण’ में भगवान राम की भूमिका निभाई थी, जिसके कारण बीजेपी ने उन्हें राम के रूप में प्रचारित किया था। मतगणना के दौरान अरुण गोविल कई बार समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी सुनीता वर्मा से पीछे हो गए थे, लेकिन अंततः वे 10,585 वोटों से चुनाव जीत गए। समाजवादी पार्टी ने चुनाव के नतीजों पर बेईमानी का आरोप लगाया था।
अन्य सांसदों की शपथ
अरुण गोविल के अलावा गौतमबुद्ध नगर लोकसभा क्षेत्र से निर्वाचित भाजपा सांसद महेश शर्मा ने भी संस्कृत में शपथ ली। मथुरा से तीसरी बार सांसद चुनी गईं बीजेपी की हेमा मालिनी ने हिंदी में शपथ ली और शपथ से पहले ‘राधे-राधे’ का उद्घोष किया। उन्नाव से बीजेपी सांसद स्वामी सच्चिदानंद हरि साक्षी उर्फ साक्षी महाराज ने भी संस्कृत में शपथ ली।
राहुल गांधी की शपथ
लगभग 4 बजे के आसपास कांग्रेस नेता राहुल गांधी शपथ लेने पहुंचे। उनके समर्थन में कांग्रेसी सांसदों ने नारे लगाए। राहुल गांधी ने अंग्रेजी में शपथ ली और बाद में ‘जय संविधान’ का नारा लगाया।
इस प्रकार, 18वीं लोकसभा के विशेष सत्र के दूसरे दिन नवनिर्वाचित सांसदों के शपथ ग्रहण समारोह में विविधता और रंगारंग दृश्य देखने को मिले, जिससे संसद का माहौल जीवंत और उत्साहपूर्ण रहा।