नितेश कटियार की रिपोर्ट
उन्नाव जिले में ड्यूटी पर तैनात एक सिपाही ने थाने के अंदर अपनी कनपटी पर रिवॉल्वर सटाकर गोली मार ली। यह घटना थाने में हड़कंप मचाने वाली थी। आनन-फानन में सिपाही को स्थानीय सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) में भर्ती करवाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे ट्रामा सेंटर लखनऊ भेज दिया। इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक सिपाही का नाम देवांश तेवतिया था, जो बुलंदशहर का रहने वाला था और उन्नाव में उसकी पोस्टिंग थी।
पारिवारिक विवाद बना खुदकुशी का कारण
प्रारंभिक जांच के अनुसार, खुदकुशी का कारण पारिवारिक विवाद बताया जा रहा है। पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। देवांश तेवतिया की पुलिस में भर्ती 2019 में हुई थी और उनकी पहली पोस्टिंग उन्नाव जिले के हसनगंज थाने में हुई थी। वे तबसे वहीं ड्यूटी कर रहे थे। देवांश की अभी शादी नहीं हुई थी।
घटना के कारणों का पता लगाया जा रहा है
मंगलवार की सुबह थाने के अंदर गोली चलने की आवाज सुनकर वहां हड़कंप मच गया। ड्यूटी पर तैनात अन्य साथियों ने देखा कि देवांश खून से लथपथ पड़े थे। उन्हें तुरंत इलाज के लिए पहले सीएचसी हसनगंज और फिर ट्रॉमा सेंटर लखनऊ भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि सुबह देवांश अपनी ड्यूटी कर रहे थे और तभी उनके पास एक फोन आया, जिसके बाद यह घटना घटित हुई।
जांच जारी
एएसपी अखिलेश सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है और घटना के कारणों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस यह जानने की कोशिश कर रही है कि क्या पारिवारिक विवाद ही इस खुदकुशी का असली कारण था या इसके पीछे कोई और वजह थी।
इस दुखद घटना ने सभी को स्तब्ध कर दिया है और पुलिस विभाग के साथ-साथ स्थानीय समुदाय में भी शोक की लहर है। देवांश तेवतिया के परिवार को इस कठिन समय में सांत्वना देना और उन्हें सहायता प्रदान करना पुलिस विभाग की प्राथमिकता है।
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Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."