सुहानी परिहार की रिपोर्ट
इंदौर में रविवार को भाजपा युवा मोर्चा के नगर उपाध्यक्ष मोनू कल्याणे की गोली मारकर हत्या कर दी गई। मोनू मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय के परिवार के बेहद करीबी थे।
यह घटना शहर के एमजी रोड थाना क्षेत्र के चिमनबाग इलाके में हुई। पुलिस के मुताबिक, पुरानी रंजिश के चलते पीयूष और अर्जुन ने मोनू कल्याणे को गोली मारी। फिलहाल दोनों आरोपी फरार हैं और उनकी तलाश जारी है।
मोनू कल्याणे इंदौर के विधानसभा क्रमांक 03 की राजनीति में सक्रिय थे और कैलाश विजयवर्गीय के बेटे पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय के खास लोगों में गिने जाते थे।
गोली लगने से घायल मोनू को उनके साथी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस के अनुसार, मोनू कल्याणे शनिवार रात भगवा यात्रा की तैयारी कर रहे थे। इसी दौरान पीयूष और अर्जुन नाम के दो युवक बाइक से चिमनबाग चौराहे पर पहुंचे।
दोनों आरोपी बाइक पर बैठे-बैठे मोनू के साथ कुछ चर्चा करने लगे। इस दौरान बाइक पर पीछे बैठे अर्जुन ने पिस्टल निकालकर मोनू कल्याणे पर ताबड़तोड़ फायरिंग की और पीयूष के साथ मौके से फरार हो गया।
आरोपियों ने चिमनबाग चौराहे पर मौजूद मोनू के दोस्तों पर भी फायरिंग की, लेकिन वे बच गए। घटना के बाद कैलाश विजयवर्गीय के बेटे और इंदौर 03 विधानसभा के पूर्व विधायक आकाश विजयवर्गीय अपने समर्थकों के साथ मोनू के घर पहुंचे और उनके परिजनों से मिलकर सांत्वना दी।
कैलाश विजयवर्गीय ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह बेहद दुखद घटना है। मैंने प्रशासन से हत्यारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा है। मोनू कल्याणे हमारा बहुत अच्छा कार्यकर्ता था और पार्टी का पदाधिकारी भी था। मुझे जानकारी मिली है कि जिसने मोनू की हत्या की, शायद वह उसका पड़ोसी है। उनके पारिवारिक क्या झगड़े थे, इसकी मुझे जानकारी नहीं है।”
इंदौर की कानून व्यवस्था को चाक-चौबंद बताते हुए विजयवर्गीय ने कहा, “यहां का लॉ एंड ऑर्डर अच्छा है। दस-बीस मर्डर हो गए ऐसा नहीं है। अब पड़ोसी ने ही हत्या कर दी तो इसमें पुलिस प्रशासन भी क्या कर सकता है। पर कोई गैंगवार चल रहा है, ऐसा तो कुछ भी नहीं है शहर में।”
Author: samachar
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