चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश में बागपत जिले के बड़ौत इलाके का गुराना गांव। अचानक एक घर के अंदर से लड़ने झगड़ने की तेज आवाजें आती हैं। पड़ोस के मकानों की लाइटें जल उठती हैं और लोग उस घर की तरफ दौड़ते हैं। अभी कुछ सेकंड ही बीते थे कि गोली चलने की आवाज गूंज उठती है। लोग दौड़कर घर के अंदर दाखिल होते हैं तो सामने एक लाश पड़ी मिलती है। ये लाश थी इस परिवार के सबसे छोटे बेटे यशवीर की। यशवीर की लाश के पास ही उसके दो भाई ओमवीर और उदयवीर खड़े थे। उदयवीर के हाथ में एक तमंचा भी था। लाश से कुछ दूर बैठी इन तीनों भाईयों की मां दहाड़े मारकर रो रही थी। परिवार की सबसे बड़ी बहू रितु का भी रो-रोकर बुरा हाल था। इस हत्याकांड की खबर मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचती है और यशवीर के कत्ल के इल्जाम में उसके दोनों भाइयों ओमवीर और उदयवीर को गिरफ्तार कर लेती है।
यह स्थिति बहुत ही दुखद है। आपके इस मामले से संबंधित कुछ सवाल हैं जिन्हें साक्षी महाराज से पूछा जा सकता है:
यशवीर की हत्या के पीछे क्या कारण थे? क्या उसके भाइयों ओमवीर और उदयवीर के बीच कोई विवाद या झगड़ा था?
पड़ोसी लोगों ने इस घटना को देखा था। उनके अनुसार, घर में लड़ाई और फिर गोलीबारी के बाद क्या हुआ था?
यशवीर के मां-बाप और अन्य परिवारजनों का क्या कहना है? उनके अनुसार, ये घटना कैसे हुई और क्या सबसे पहले लड़ाई की शुरुआत उसी घर के अंदर हुई थी?
पुलिस ने ओमवीर और उदयवीर को क्यों गिरफ्तार किया? क्या उनके पास इस हत्या का कोई मोटिव था या कोई सबूत है?
क्या किसी गवाही या वैज्ञानिक प्रमाण से इस मामले का समर्थन है?
इस मामले में न्यायिक प्रक्रिया कैसे आगे बढ़ा जा रही है? क्या यशवीर के हत्यारों को जल्दी न्याय मिलने की उम्मीद है?
इन सवालों के जवाब से इस मामले के सच्चाई और न्यायिक प्रक्रिया का पता चल सकता है।
पूछताछ होती है तो रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक ऐसी कहानी सामने आती है, जिसे सुनकर सभी के होश उड़ जाते हैं। इस परिवार के सबसे बड़े बेटे सुखवीर का कुछ दिनों पहले बीमारी की वजह से निधन हो गया था। निधन के बाद मां ने सुखवीर की विधवा पत्नी की शादी अपने सबसे छोटे बेटे यशवीर से करा दी। बस यहीं से परिवार में कलह का बीज उपज गया।
दरअसल ओमवीर और उदयवीर चाहते थे कि रितु की शादी उन दोनों में से किसी एक के साथ हो। जब ऐसा नहीं हुआ, तो दोनों ने शुक्रवार को शराब पीकर झगड़ा किया। इसके बाद ओमवीर ने यशवीर के हाथ पकड़े और उदयवीर ने उसके ऊपर तमंचे से गोली चली दी। यशवीर ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। ये पहली बार नहीं है, जब रिश्तों का इस तरह कत्ल किया गया है। आपको ऐसी ही कुछ और घटनाओं के बारे में बताते हैं।
300 करोड़ की प्रॉपर्टी के लिए ससुर की सुपारी
महाराष्ट्र के नागपुर में बीती 22 मई को 82 साल के एक बिजनेसमैन पुरुषोत्तम पुट्टेवार की रोड एक्सीडेंट में मौत हो गई। लोगों को लगा कि ये एक सड़क हादसा है। लेकिन, जब पुलिस ने तहकीकात की तो बेहद हैरान कर देने वाली कहानी सामने आई। पुरुषोत्तम पुट्टेवार की मौत कोई सड़क हादसा नहीं, बल्कि एक सोची समझी साजिश थी।
इस साजिश की मास्टरमाइंड पुरुषोत्तम के बेटे की पत्नी अर्चना पुट्टेवार ही निकली। अर्चना ने अपने ससुर की 300 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी के लिए उनकी हत्या कराई थी। पुलिस ने इस साजिश का पर्दाफाश करते हुए अर्चना सहित सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
प्रेमिका के लिए पत्नी को मारकर गाड़ा
23 अप्रैल 2024 को बिहार के नालंदा में दीनानाथ केवट नाम के शख्स की शादी अर्निका नाम की लड़की से हुई थी। अभी शादी को महज 40 दिन ही बीते थे कि 3 जून को अर्निका जब किसी काम से बाहर गई तो दीनानाथ ने अपनी प्रेमिका को घर बुला लिया।
अर्निका वापस लौटी तो दीनानाथ अपनी प्रेमिका की बांहों में था। ये सब देखकर अर्निका ने जब विरोध किया, तो दीनानाथ ने दुपट्टे से उसका गला घोंट डाला। इसके बाद उसने अर्निका की लाश को नदी किनारे एक गड्ढा खोदकर गाड़ा और जल्दी गलाने के लिए ऊपर से केमिकल डाल दिया। दीनानाथ ने अर्निका के परिवार को फोन कर उसके लापता होने की झूठी कहानी भी सुनाई, लेकिन उसका झूठ ज्यादा देर नहीं टिक पाया और वो पकड़ा गया।
अवैध संबंध का शक और कर दिया प्रेग्नेंट पत्नी का कत्ल
उत्तर प्रदेश के बरेली में 14 मई 2024 को राजकुमार नाम के शख्स ने अपनी पत्नी की हत्या की रिपोर्ट लिखवाई। राजकुमार ने आरोप लगाया कि जब वो अपनी प्रेग्नेंट पत्नी को उसके मायके से लेकर लौट रहा था तो रास्ते में कुछ बदमाशों ने उन्हें घेर लिया और जेवर लूटने के बाद उसकी पत्नी की गोली मारकर हत्या कर दी।
पुलिस ने छानबीन की तो राजकुमार की पोल खुल गई। राजकुमारी की पत्नी रील बनाती थी और इस वजह से वो उसके ऊपर शक करता था। उसकी बीवी जब प्रेग्नेंट हुई तो उसे लगा कि ये बच्चा भी किसी और का है। इसी शक में उसने अपनी पत्नी की हत्या कर दी और लूटपाट की झूठी कहानी सुनाई।
प्रॉपर्टी के लिए मिटा दिया भरा पूरा परिवार
11 मई 2024 को उत्तर प्रदेश का सीतापुर जिला उस वक्त दहल गया, जब एक घर के अंदर उसी परिवार के छोटे बेटे, उसकी पत्नी, तीन बच्चों और मां की लाश मिली। इस हत्याकांड को लेकर पहले बताया गया कि छोटे बेटे अनुराग ने ही पूरे परिवार को कत्ल किया और बाद में खुद को भी गोली मार ली।
हालांकि, जब केस की तफ्तीश शुरू हुई तो पता चला कि कातिल अनुराग नहीं, बल्कि उसका बड़ा भाई अजीत है। अजीत चाहता था कि परिवार के ऊपर जो कर्ज है, उसे जल्द से जल्द चुकाया जाए और इसके बाद संपत्ति का बंटवारा हो। जब उसकी मंशा पूरी नहीं हुई तो उसने अपने ही छोटे भाई के परिवार को खत्म कर दिया। संपत्ति के लालच में अजीत इस कदर अंधा था कि उसने जन्म देने वाली अपनी मां को भी नहीं बख्शा।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."