Explore

Search
Close this search box.

Search

November 22, 2024 2:53 am

लेटेस्ट न्यूज़

बुजुर्ग पति का बीवियों पर ऐसा कहर… सुनकर लोग हैरान हो रहे हैं

14 पाठकों ने अब तक पढा

नौशाद अली की रिपोर्ट

यह घटना बुंदेलखंड के महोबा जिले की है, जहां एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बेटे की चाहत में अपनी पत्नियों पर अत्याचार किया। पहली पत्नी से शादी के कई वर्षों बाद जब कोई संतान नहीं हुई, तो उसने बिना तलाक दिए दूसरी शादी कर ली। यह समस्या न केवल कानूनी और नैतिक दृष्टिकोण से गंभीर है, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति और उनके अधिकारों के प्रति भी गंभीर चिंता उत्पन्न करती है।

इस प्रकार की घटनाएं महिलाओं के अधिकारों का उल्लंघन करती हैं और उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। ऐसे मामलों में कानूनी कार्रवाई और सामाजिक जागरूकता दोनों की आवश्यकता होती है ताकि महिलाओं के अधिकारों की रक्षा की जा सके और उन्हें उचित न्याय मिल सके।

इस घटना में महोबा के महोबकंठ थाना क्षेत्र के दुलारा गांव के रहने वाले 60 वर्षीय नत्थू ने पहली पत्नी से औलाद न होने पर उसे समाज से छिपाकर हमीरपुर के राठ भेज दिया। फिर अपने परिवार के सहयोग से दूसरी शादी करने की योजना बनाई। दूसरी शादी के लिए नत्थू ने अपनी उम्र और पहली शादी को छिपाकर, चित्रकूट जिले के सिमरिया गांव की अमीना से निकाह कर लिया, जो उसकी उम्र से आधी थी।

दूसरी पत्नी अमीना से भी जब दो बेटियां हुईं और बेटा नहीं हुआ, तो नत्थू ने बेटे की चाहत में अमीना के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। इस बीच, नत्थू ने अमीना को छोड़कर फिर से अपनी पहली पत्नी के साथ रहना शुरू कर दिया। नत्थू के इन अत्याचारों और ज़ुल्मों से परेशान होकर अमीना ने पुलिस प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है।

यह मामला महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों और उनके अधिकारों के हनन का स्पष्ट उदाहरण है। इस तरह की घटनाओं में पुलिस और कानूनी संस्थाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होती है ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और ऐसे अपराधों की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। समाज को भी इन मुद्दों पर जागरूक होने और महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है।

नत्थू नामक एक बुजुर्ग व्यक्ति ने बेटे की चाहत में अपनी दूसरी पत्नी अमीना पर अत्याचार किया। नत्थू ने अपनी उम्र और पहली शादी को छिपाकर अमीना से दूसरा निकाह किया। अमीना ने पहले निकाह से इंकार किया था, लेकिन नत्थू ने आत्महत्या कर सभी को फंसाने की धमकी दी, जिससे अमीना मजबूर होकर निकाह के लिए तैयार हो गई।

निकाह के बाद अमीना के दो बेटियां हुईं, जिनका नाम मुस्कान और खुशी है। बेटा न होने की वजह से नत्थू ने अमीना पर अत्याचार करना शुरू कर दिया। अमीना को रोजाना मारपीट और हिंसा का सामना करना पड़ता है, जिससे उसके शरीर पर गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस प्रशासन से कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। आखिरकार, न्याय की गुहार लगाते हुए, अमीना ने सीओ कुलपहाड़ के पास जाकर मदद की अपील की है।

यह मामला महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचारों और उनके अधिकारों के हनन का गंभीर उदाहरण है। ऐसे मामलों में पुलिस और कानूनी संस्थाओं की सख्त कार्रवाई की आवश्यकता होती है ताकि पीड़ित महिलाओं को न्याय मिल सके और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके। समाज को भी महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए जागरूक और सक्रिय भूमिका निभाने की जरूरत है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

लेटेस्ट न्यूज़