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28 December 2024 8:48 am

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“देखता हूँ मुझे कौन कांग्रेसी पंजाब जाने से रोकता है”…. यूपी बिहार के मुद्दे पर भडक उठे मनोज तिवारी, 👇वीडियो देखिए

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दुर्गा प्रसाद शुक्ला की रिपोर्ट

लोकसभा चुनाव 2024 के बीच राजनीतिक दलों के बीच एक बार फिर से क्षेत्रवाद के मुद्दे को लेकर विवाद शुरू हो गया है। पंजाब के संगरूर से कांग्रेस उम्मीदवार सुखपाल सिंह खैरा द्वारा उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के लिए दिए गए विवादित बयान पर अब तक हंगामा थमा नहीं है।

अब भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस पूरे विवाद पर आक्रामक रुख अपनाया है। उन्होंने कहा है कि वह पंजाब जा रहे हैं और देखेंगे कि उन्हें कौन रोकेगा। आइए जानते हैं कि क्या है ये पूरा मामला।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, सुखपाल खैरा ने चुनाव प्रचार के समय यूपी-बिहार समेत अन्य राज्यों के प्रवासियों को लेकर विवादित बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि यह लोग पंजाब पर कब्जा कर पंजाबियत खत्म कर देंगे। खैरा ने कहा था कि हिमाचल प्रदेश की तर्ज पर पंजाब में भी एक ऐसा कानून बनना चाहिए जिसके तहत सूबे से बाहर के लोग यहां जमीन न खरीद सकें, मतदाता न बन सकें और सरकारी नौकरियां भी न ले सकें। खैरा ने बाद में इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि उन्होंने किसी को बायकॉट करने के लिए कभी नहीं कहा है।

मैं पंजाब जा रहा हूं- मनोज तिवारी

भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा- “मैं पंजाब जा रहा हूं जहां कांग्रेस ने कहा है कि बिहार उत्तर प्रदेश के लोगों को घुसने नहीं देंगे। आज मैं जा रहा हूं देखता हूं कि कौन कांग्रेसी है जो घुसने से रोकता है। जो कांग्रेस बिहार उत्तर प्रदेश के लिए अपने सांसदों से इस तरह के बयान दिलाती है ऐसे कांग्रेस को बिहार में एक वोट नहीं मिलना चाहिए। मैं बिहार के लोगों से प्रार्थना करता हूं। 4 जून के बाद इनके(INDIA गठबंधन) अंदर को लठ बजने वाली है उसकी कल्पना हम सभी कर सकते हैं। आज हम पंजाब जा रहे हैं। या तो तेजस्वी बाबू गठबंधन तोड़ दें नहीं तो कांग्रेस के साथ-साथ INDI गठबंधन के सभी लोगों को हमारा बिहार उत्तर प्रदेश उनको औकात बताएगा।”

पीएम मोदी ने भी साधा था निशाना

बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सुखपाल खैरा के बहाने कांग्रेस पर निशाना साधा था। उन्होंने कहा था- “पंजाब में एक कांग्रेस नेता कहते हैं कि बिहार के लोगों का बहिष्कार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस मुद्दे पर चुप रहने को लेकर नेहरू-गांधी परिवार की भी आलोचना की जिसे उन्होंने कांग्रेस का शाही परिवार कहकर संबोधित किया।”

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Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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