इरफान अली लारी की रिपोर्ट
देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे शशांक मणि त्रिपाठी (Shashank Mani Tripathi) की चर्चा जोरों पर है।
आईआईटी दिल्ली के बाद स्विट्जरलैंड के बिजनस स्कूल से एमबीए की पढ़ाई करके लौटे शशांक पारिवारिक विरासत को संभाल रहे हैं। उन्होंने चार सेट में अपना पर्चा भी दाखिल कर दिया, जो अपने आप में चर्चा का विषय बना हुआ है।
हलफनामे के अनुसार लंदन के बैंक अकाउंट्स में करोड़ों रुपये जमा हैं। इसके साथ ही वह शानदार मर्सिडीज कार और मुंबई में फ्लैट्स के मालिक भी हैं।
देवरिया लोकसभा सीट से बीजेपी प्रत्याशी शशांक मणि त्रिपाठी ने शपथ पत्र में अपनी संपत्ति का विवरण दिया है। हलफनामे के मुताबिक वह 16 करोड़ रुपये की संपत्ति के मालिक हैं, जिसमें से 10 करोड़ 48 लाख रुपये की अचल संपत्ति है। इनके पास एक मर्सिडीज कार के साथ ही इनोवा और निसान माइक्रा कार भी है और कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं है।
लंदन के बैंक में परिवार का अकाउंट
लंदन के कैनिग्स्टन स्थित नेटवेस्ट बैंक में भी शशांक का खाता है। शशांक मणि के बैंक खाते में 6 करोड़ 48 लाख रुपये, पत्नी गौरी त्रिपाठी के खाते में 32 लाख 43 हजार और बड़ी बेटी के खाते में 32 लाख 42 हजार रुपये हैं। वहीं छोटी बेटी के लंदन के 3 अलग-अलग बैंकों में 7 लाख 58 हजार रुपये जमा हैं। इसके साथ ही उनके पास 55 ग्राम सोना भी है।
मुंबई में फ्लैट, देवरिया में जमीन
देवरिया जिले के बरपार गांव के मूल निवासी शशांक मणि त्रिपाठी के शपथ पत्र के मुताबिक मुंबई शहर में भी शशांक का 1950 वर्गफीट का आवासीय फ्लैट है। इसके अलावा देवरिया में खुद की खरीदी हुई साढ़े चार एकड़ कृषि भूमि है, जिसकी बाजार कीमत करीब ढाई करोड़ रुपये है। हथियार में एक दोनाली बंदूक भी है।
शशांक के बाबा पंडित सूरत नारायण मणि त्रिपाठी उत्तर प्रदेश कैडर के आईएएस रहे हैं। वह कई जिलों के डीएम, काशी विद्यापीठ वाराणसी के वाइस चांसलर और गोरखपुर विश्वविद्यालय के संस्थापक रहे हैं। वह विधान परिषद के सदस्य भी रहे हैं।
शशांक के पिता श्रीप्रकाश मणि त्रिपाठी भारतीय थल सेना में लेफ्टिनेंट जनरल रहे हैं। सेना से रिटायर होने के बाद उन्होंने भाजपा ज्वाइन कर ली और 1996 में देवरिया लोकसभा सीट से भाजपा के टिकट पर सांसद बने।
चाचा श्रीनिवास मणि त्रिपाठी देवरिया जिले की गौरी बाजार सीट से विधायक रहे हैं। वहीं दूसरे चाचा श्रीविलास मणि त्रिपाठी आईपीएस अधिकारी रहे हैं। वह उत्तर प्रदेश पुलिस के डीजीपी भी रह चुके हैं।
Author: News Desk
Kamlesh Kumar Chaudhary