आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव-2024 के लिए दो चरणों का मतदान हो चुका है। अब सात मई को होने वाले तीसरे चरण के चुनाव के लिए सियासी पारा चढ़ा हुआ है। यूपी की ज्यादातर सीटों पर एनडीए, इंडिया गठबंधन के उम्मीदवारों का ऐलान हो चुका है।
लेकिन अब भी कुछ सीटों को लेकर सस्पेंस बना हुआ है। अमेठी और रायबरेली सीट पर कांग्रेस ने अब तक अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है जबकि कैसरगज सीट पर बीजेपी अब तक असमंजस में दिख रही है। इन सभी सीटों पर पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होने वाला है।
26 अप्रैल से नामांकन जारी है। तीन मई नामांकन की अंतिम तारीख है। इस बीच सोमवार को अमेठी में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी तीसरी बार अमेठी लोकसभा क्षेत्र से अपना नामांकन पत्र दाखिल करेंगी।
कांग्रेस से इस सीट पर राहुल गांधी के उतरने की उम्मीद है। कहा जा रहा है कि कभी भी उनकी उम्मीदवारी का ऐलान हो सकता है। पहले कहा जा रहा था कि वायनाड में मतदान तक अमेठी से राहुल की उम्मीदवारी का ऐलान रुका है।
राहुल गांधी केरल की वायनाड सीट से उम्मीदवार हैं। इस सीट पर दूसरे चरण में 26 अप्रैल को वोटिंग हो चुकी है लेकिन अब तक अमेठी से कांग्रेस उम्मीदवार का नाम घोषित नहीं हुआ है।
उधर अमेठी में राहुल गांधी का इंतजार कर रहे कांग्रेसियों की बेचैनी बढ़ती जा रही है। अमेठी गांधी परिवार की परम्परागंज सीट रही है। इस सीट पर फिरोज गांधी से लेकर संजय गांधी, राजीव गांधी, सोनिया गांधी और राहुल गांधी तक प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
हालांकि 2019 के चुनाव में भाजपा की स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी को इस सीट पर हरा दिया था। स्मृति ईरानी इस चुनाव में भी अपनी भारी जीत के दावे के साथ बार-बार राहुल गांधी को यहां से चुनाव लड़ने के लिए ललकार रही हैं।
स्थानीय कांग्रेसी भी चाहते हैं कि अमेठी सीट से राहुल गांधी लड़ें ताकि सियासी गलियारों में इन चर्चाओं पर विराम लगे कि गांधी परिवार ने यूपी छोड़ दिया है।
अमेठी के अलावा पड़ोस की रायबरेली सीट पर भी कांग्रेस का सस्पेंस बना हुआ है। रायबरेली भी गांधी परिवार की परम्परागत सीट रही है। यहां से सांसद रहीं सोनिया गांधी के राज्यसभा में चले जाने से रयबरेली से उम्मीदवारी को लेकर तरह-तरह की अटकलें चल रही हैं। इस इंतजार में बीजेपी भी रुकी हुई है। इस सीट से कभी प्रियंका गांधी का नाम चल रहा है तो कभी कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे का नाम।
पिछले दिनों खड़गे ने यह कहकर चर्चाओं को और तेज कर दिया था कि कांग्रेस, अमेठी और रायबरेली में सरप्राइज देगी। फिलहाल स्थानीय कांग्रेसी ही नही भाजपाई भी ये सरप्राइज क्या हो सकता है? यह सोचते हुए कांग्रेस के ऐलान का इंतजार कर रहे हैं।
कैसरगंज में बृजभूषण का क्या होगा?
उधर, यूपी की कैसरगज सीट पर बीजेपी का असमंजस भी खत्म नहीं हुआ है। इस सीट से वर्तमान सांसद बृजभूषण शरण सिंह के टिकट को लेकर पिछले कई दिनों से अटकलों का बाजार गर्म है।
महिला पहलवानों के यौन शोषण के आरोपों से घिरे बृजभूषण को अदालत से राहत नहीं मिली है। ऐसे में कहा जा रहा है कि भाजपा उनके परिवार के किसी शख्स या किसी करीबी को टिकट दे सकती है।
कई लोगों का कहना है कि बृजभूषण की दावेदारी भी अभी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई। बृजभूषण शरण सिंह का कैसरगंज ही नहीं बल्कि आसपास की कुछ सीटों पर भी प्रभाव बताया जाता है इसलिए बीजेपी इस सीट पर फूंक-फूंक कर कदम बढ़ा रही है।
लेकिन जो भी हो चूंकि नामांकन की अंतिम तारीख तीन मई ही है इसलिए अब माना जा रहा है कि आज या कल तक पार्टी अपना उम्मीदवार जरूर तय कर लेगी।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."