हरीश चन्द्र गुप्ता की रिपोर्ट
कांकेर । छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिला के आपाटोला मुठभेड़ में मारे गये 29 नक्सलियों के शव को उनके परिजनों को सौंपने का काम जारी है। अब तक कुल 20 नक्सलियों के शव उनके परिजनों को सौंपा जा चुका है, शेष 09 नक्सलियों के परिजनों का इंतजार है।
शव लेने पंहुचे कुछ परिजनों का कहना था कि परिवार की बात मान जाते तो आज का यह दिन नहीं देखना पड़ता। कांकेर मेडिकल कॉलेज के एटानॉमी विभाग में रखे गये नक्सलियों के शव उनके परिजनों को दिखाया जा रहा है, और जो पहचान कर रहे हैं, उनके बयान दर्ज कर शव को सौंपा जा रहा है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आपाटोला मुठभेड़ में डीवीसी शंकर के साथ-साथ उसकी पत्नी रंजिता की भी मौत हुई है। डीवीसी शंकर की मां व उनके परिजन डीवीसी शंकर के साथ-साथ रंजिता के शव को भी ले गए। रंजिता तेलंगाना जिले के बैजूर गांव की निवासी है। इसके अलावे आरकेबी डिविजन के मदनवाड़ा कोड़ेकुर्सी एलओएस के कमांडर लोकेश सलामे की पत्नी जिला मोहला मानपुर के ग्राम आमाकोड़ो निवासी रीता सलामे और इसी एलओएस के सदस्य विनोद गावड़े निवासी ग्राम आमाकोड़ो जिला मोहला मानपुर के शव को परिजन ले गए। बीजापुर जिले के गंगालूर के ग्राम चोखनपाल निवासी बचनू, बीजापुर जिले के मिरतुर थाना के ग्राम वेचापाल निवासी रमेश ओयम, बीजापुर जिले के गंगालूर के ग्राम मरेवाड़ा निवासी कार्तिक, जिला बीजापुर के मैमेंड के ग्राम दुरदा निवासी दीनू उर्फ गुड्डार, जिला बीजापुर के भैरमगढ़ क्षेत्र की ग्राम ताकीसोड़ निवासी गीता, जिला बीजापुर के के भैरमगढ़ क्षेत्र की ग्राम ऊतला निवासी बजनात, जिला बीजापुर के भैरमगढ़ क्षेत्र के ग्राम मर्रामेटा निवासी सीताराम, जिला नारायणपुर के ओरछा क्षेत्र के ग्राम रेकावाई निवासी सुनिला, जिला नारायणपुर के ओरछा क्षेत्र के ग्राम कुमडग़ुंडा निवासी शंतिला, कांकेर जिले के वट्टेढकाल निवासी पिन्टो गटूम, कांकेर जिला के छोटेबेठिया थाना के छिंदपुर निवासी सुकलाल पद्मा, कांकेर जिला के कलपर निवासी जैनी के शव को उसके परिजन ले जा चुके है।
Author: samachar
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