दुर्गेश्वर राय की रिपोर्ट
अतर्रा(बांदा)। शैक्षिक संवाद मंच द्वारा रचनाधर्मी बेसिक शिक्षक एवं शिक्षिकाओं के साथ 22 अप्रैल को सायंकाल 6 बजे कविता पर एक संवाद का आयोजन किया गया है। वरिष्ठ कवि एवं शैक्षिक दखल पत्रिका के संपादक महेशचंद्र पुनेठा अतिथि के रूप में उपस्थित रचनाकारों से कविता पर संवाद करते हुए अपने विचार व्यक्त करेंगे।
उक्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम के आयोजक शैक्षिक संवाद मंच के संस्थापक शिक्षक साहित्यकार प्रमोद दीक्षित मलय ने बताया कि शैक्षिक संवाद मंच बेसिक शिक्षा में कार्यरत रचनाधर्मी शिक्षक-शिक्षिकाओं का स्वप्रेरित मैत्री समूह है जो विद्यालयों को आनंदघर बनाने के लिए काम कर रहा है। शिक्षक-शिक्षिकाओं में पढ़ने-लिखने की संस्कृति विकसित हो, इसके लिए संवाद मंच साहित्य की विभिन्न विधाओं पर शिक्षकों की रचनाओं के साझा संग्रह प्रकाशित कर रहा है। अभी तक कविता, निबंध, जीवनी, यात्रा वृत्तांत एवं संस्मरण विधा पर 10 से अधिक संग्रह प्रकाशित किये जा चुके हैं।
इस श्रंखला में इस वर्ष ‘शिक्षकों की शैक्षिक यात्रा ‘, मेरा कमरा मेरा जीवन और एक कविता संग्रह प्रकाशित करने जा रहा है। लेखन से पूर्व सम्बंधित विधा की पहचान, मूल तत्व, प्रयोग, गुण-दोष, सावधानी एवं रचना प्रक्रिया पर रचनाकारों को आनलाइन प्रशिक्षण दिया जाता है। इसी कड़ी में ‘कविता पर एक संवाद’ का आयोजन किया गया है।
मार्गदर्शन के लिए अतिथि के रूप में वरिष्ठ कवि एवं संपादक महेशचंद्र पुनेठा (पिथौरागढ़, उत्तराखंड) उपस्थित रहेंगे जो कविता क्या है, कविता के तत्व, बिम्ब एवं रूपक प्रयोग, रस, गुण, अलंकार, कविता रचने के उद्देश्य एवं आमजन के जीवन में कविता की भूमिका पर अपने विचार साझा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि महेशचंद्र पुनेठा के कविता संग्रह ‘भय अतल में’ तथा पंछी बनती मुक्ति चाह’ के द्वितीय संस्करण समय साक्ष्य प्रकाशन, देहरादून से पिछले दिनों छपे और चर्चित रहे हैं। प्रमोद दीक्षित मलय ने आगे कहा कि दुर्गेश्वर राय, विनीत कुमार मिश्रा, प्रीति भारती की टीम आयोजन सम्बंधी तकनीकी प्रबंध करेगी। संवाद कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सहित छत्तीसगढ़, राजस्थान, मध्यप्रदेश एवं उत्तराखंड के लगभग 100 रचनाकार शिक्षक एवं शिक्षिकाएं उपस्थित रहेंगे।
Author: samachar
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