चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
यूपी के श्रावस्ती से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। जहां बिस्किट का पैकेट चोरी पर दुकानदार ने एक 10 साल नाबालिग बच्चे को खंभे से बांधकर रातभर पीटा।
जब परिजन बच्चे को छोड़ने के लिए गिड़गिड़ाने लगे तो दुकानदार ने धक्के मारकर उन्हें बाहर निकाल दिया।
वहीं, किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। वीडियो वायरल होने के बाद आला अधिकारियों में हड़कंप मच गया। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल में जुट गई।
ये घटना मल्हीपुर थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायतन बालापुर रेतहिया का है। केशवराम का 10 साल का नाबालिग बेटा विमलेश कुमार 11 अप्रैल की देर रात में गांव में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम देखने के लिए गया था। वहां से घर लौटते समय गांव में ही स्थित बाबूराम मिश्र के परचून की दुकान से खाने के लिए में बिस्किट खरीदने लगा। तभी मौका देखकर विमलेश ने एक बिस्किट के साथ एक और बिस्किट का पैकेट चोरी से उठाकर छिपा लिया।
बाबूराम मिश्र ने बच्चे की इह हरकत देख आग बबूला हो गया। उसने विमलेश को पकड़कर घर में लगे खंभे से बांध कर पीटने लगा।
जब बाबूराम मिश्र के परिवार को इस बात की भनक लगी तो उन्होंने भी बच्चों को छुड़ाने के बजाय उसे प्लास्टिक के पाइप से एक साथ मिलकर पीटने लगे। जिससे बच्चे की हालत गंभीर हो गई।
दूसरी ओर जब विमलेश के घर न पहुंचने और बंधक बनने की सूचना रात करीब 3 बजे केशवराम को हुई। तो वह पत्नी के साथ बाबूराम के घर पहुंचा और गिड़गिड़ाते हुए बच्चे को छोड़ने की बात कही। लेकिन बाबूराम ने केशवराम व उसकी पत्नी को धक्के मरते हुए घर से बाहर भगा दिया।
जब सुबह फिर मासूम का परिवार बच्चे को छुड़ाने कराने के लिए पहुंचा तो बाबूराम ने मुक्त न करते हुए बल्कि उसे और उसके पिता को मल्हीपुर थाने ले जाकर पुलिस को सौंप दिया। वहीं, इस संबंध में थानाध्यक्ष जयहरि मिश्र ने बताया कि मामला संज्ञान में है जांच कर कार्यवाही की जा रही है।
Author: samachar
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