आनंद शर्मा की रिपोर्ट
जयपुर। राजस्थान के दौसा जनपद में एक दर्दनाक घटना घटी जिसमें मां बेटे की मौत हो गई। 7 दिन पहले शादी के बंधन में बंधा युवक वैवाहिक कार्यक्रम के बाद की रस्म पूरी करने के लिए अपनी मां को मोटरसाइकिल से लेकर अपने ननिहाल जा रहा था रास्ते में वह दोनों सड़क दुर्घटना के शिकार हो गए।
पुलिस का कहना है कि इस हद से की वजह एक मच्छर था जो की बाइक चला रहे युवक की आंख में चला गया जिससे युवक हैंडल छोड़कर आंख मीचने लगा और बाईक नियंत्रित होकर पलट गई।
14 फरवरी को हुई थी नरेश की शादी
दौसा जनपद के धोलावासा निवासी नरेश कुमार (23) पुत्र किशन लाल की 14 फरवरी को पूरे रीति रिवाज के साथ शादी हुई थी। जिसमें नाथ रिश्तेदारों का जमावड़ा हुआ था। घर में हंसी-खुशी का माहौल था। दुल्हन भी अपने ससुराल में आकर अपने दांपत्य जीवन के शुरुआती दोनों में होने वाले रीति-रिवाज को पूरा करने में लगी हुई थी। बेटे की शादी के बाद यहां लड़के की मां अपने मायके जाकर कुछ रस्म अदायगी करती है।
मां को लेकर बाइक से ननिहाल जा रहा था नरेश
इसी के तहत नरेश कुमार अपनी मां काली देवी को लेकर मोटरसाइकिल से अपने ननिहाल जा रहा था अभी उसके ननिहाल की दूरी तकरीबन 3 किलोमीटर ही बची थी कि अचानक वह दोनों सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए। उनकी बाइक अनियंत्रित होकर पलट गई जिसमें मां बेटी की मौत हो गई सूचना के बाद दोसा जनपद के सदर थाने की पुलिस मौके पर पहुंची जांच पड़ताल शुरू की गई।
अनियंत्रित बाइक डिवाइडर से टकराकर पलटी
सदर थाने की पुलिस ने बताया कोथून रोड से गुजरने के दौरान नरेश कुमार की बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर पर चढ़कर पलट गई। जांच में पता चला कि बाइक चला रहे नरेश की आंखों में मच्छर आ गया था। जिससे उसे दिक्कत हुई तो उसने अचानक हैंडल छोड़कर आंख मसलने लगा। इसी दौरान बाइक अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई और यह दर्दनाक हादसा हो गया।
पिता किशन लाल ने बताया कि नरेश अपनी मां काली देवी के साथ अपने मामा के यहां मिठाइयां पहुंचाने जा रहा था। मां काली देवी मिठाइयों से भरा बैग लेकर पीछे बैठी थी। दोनों ननिहाल के समीप ही पहुंच गए थे, लेकिन मौत ने उन दोनों का रास्ता रोक लिया। पुलिस ने लिखा पढ़ी करके दोनो के शव घरवालों को सौंप दिए। उसके बाद मा बेटे के का अंतिम संस्कार एक ही चिता पर किया गया। इस हादसे के बाद से पूरा गांव गमगीन है।
विधवा होने के बाद बदहवास हुई दुल्हन रोते-रोते हो जा रही बेहोश, घर में कोहराम
14 फरवरी को शादी के बंधन में बंद कर ससुराल पहुंची युवती को जब पता चला कि 7 दिन के अंदर ही उसके माथे का सिंदूर धुल गया और वह विधवा हो गई है। यह सुनकर उसकी चीख निकल गई। वह दहाड़ मार कर रोने लगी।उसकी हृदय विदारक चीख सुनकर गांव वालों का कलेजा भर आया।
घटना के बाद से दुल्हन लगातार बिलख रही है। रोते-रोते बेहोश हो जाती है। जब होश आता है तो फिर रोने लगती है। जिससे पूरा परिवार परेशान है, लेकिन कल के क्रूर मजाक के आगे सब बेबश हैं।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."