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November 22, 2024 9:49 am

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ऐसी लखपति भिखारन जिसने 6 हफ्ते में भीख मांगकर कमा लिए 2.5 लाख रुपये

15 पाठकों ने अब तक पढा

किरण कश्मीरी की रिपोर्ट

इंदौर। आपने जब भी भिखारी देखे होंगे तो उन्हें मैले-कुचैले कपड़े पहने हुए बड़ी ही बदहाल हालत में ही पाया होगा। लेकिन हम आपको एक ऐसी भिखारिन के बारे में बताने जा रहे हैं, जो लखपति है और प्लॉट से लेकर मकान तक की मालकिन है। 

यह लखपति भिखारिन मध्य प्रदेश के इंदौर शहर की रहने वाली है, जिसके पास एक प्लॉट, डबल स्टोरी घर, मोटरसाइकिल, 20 हजार रुपये कीमत का स्मार्टफोन और महज 6 सप्ताह में भीख मांगकर की गई करीब 2.5 लाख रुपये की कमाई है। इंद्रा बाई नाम की इस महिला को इंदौर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है‌ उस पर आरोप है कि उसने अपने बच्चों को भी भीख मांगने के धंधे में लगा दिया है। पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुकी इंद्रा बाई को कोर्ट में पेश किया गया है, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। 

‘भूखे मरने से अच्छा है, भीख मांगना’

इंद्रा बाई को जेल भेजने से पहले उसकी बेटियों में से एक को एक NGO के संरक्षण में सौंपा गया। Times Of India की रिपोर्ट के मुताबिक, जब NGO संस्था प्रवेश के वॉलंटियर्स ने इंद्रा बाई और उसकी 7 साल की बेटी को सड़क से उठाया तो वह उनके साथ ही बहस करने लगी। उसने कहा कि भूखे मरने के बजाय हमने भीख मांगना सही माना. चोरी करने से तो यह अच्छा ही है। 

महाकाल मंदिर जाने वाले रास्ते पर मंगवाती थी बच्चों से भीख

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, इंद्रा के 5 बच्चे हैं। उसके साथ पकड़ी गई 7 साल की बेटी के अलावा उसके बच्चों की उम्र 10 साल, 8 साल, 3 साल और 2 साल है। उसने भीख मांगने में भी बेहद मैनेजमेंट बना रखा है। उसने अपने बड़े बच्चों को इंदौर के व्यस्त लवकुश चौराहे पर भीख मांगने के लिए बैठाया, जहां से उज्जैन महाकाल मंदिर जाने के लिए रास्ता जाता है। इंद्रा ने पुलिस को बताया कि यह ऐसा चौराहा है, जो एक तरीके से उज्जैन के लिए ट्रांजिट पॉइंट का काम करता है। इस जगह पर भीख मांग रहे बच्चों और महिलाओं को श्रद्धालुओं द्वारा दुत्कारे जाने की संभावना नहीं थी। यहां तक कि वापस लौट रहे श्रद्धालु भी ऐसा नहीं करते। 

महाकाल लोक ने बढ़ा दी कई गुना इनकम

इंद्रा के मुताबिक, महाकाल मंदिर कॉरिडोर महाकाल लोक के निर्माण ने उसकी इनकम को कई गुना बढ़ा दिया है। महाकाल लोक के निर्माण से पहले जहां रोजाना 2,500 श्रद्धालु आते थे, वहीं अब यह आंकड़ा रोजाना 1.75 लाख श्रद्धालु पर पहुंच गया है। रोजाना इतने ज्यादा श्रद्धालु आने से इंद्रा का भीख मांगने का धंधा भी हिट हो गया था। उसे रोजाना बेहद मोटी कमाई हो रही थी। 

खुद पकड़ी गई, पति-बच्चे हुए फरार

इंद्रा की कमाई के इस सिस्टम का बुलबुला 9 फरवरी को उस समय टूट गया, जब वह अपनी बेटी के साथ भीख मांगती हुई पकड़ी गई। उसका पति और दो बच्चे फरार हो गए। अधिकारियों को इंद्रा के पास 19,600 रुपये और उसकी बेटी के पास 600 रुपये बरामद हुए। इसके बाद इंद्रा ने अधिकारियों को जो बताया, वो सुनकर सभी हैरान रह गए। इंद्रा ने बताया कि गिरफ्तारी से पहले 45 दिन के दौरान उसने 2.5 लाख रुपये भीख मांगकर कमाए हैं। साथ ही उसने बताया कि राजस्थान में कोटा के पास उसका अपना डबल स्टोरी घर और एक खेती की जमीन है। इंद्रा अच्छा स्मार्टफोन रखती है और उसका पति मोटरसाइकिल चलाता है। 

इंदौर के भिखारियों में 50% बच्चे

इंद्रा को पकड़वाने वाली NGO की वॉलंटियर रूपाली जैन के मुताबिक, हम लोग भिखारियों के पुनर्वास पर इंदौर नगर निगम के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। अभी तक जुटाए गए डाटा के हिसाब से इंदौर के 38 अहम चौराहों पर करीब 7,000 भिखारी भीख मांग रहे हैं। इनमें से 50% बच्चे हैं‌  ये भिखारी करीब 20 करोड़ रुपये सालाना की भीख लोगों से जुटाते हैं। 

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."

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