नौशाद अली की रिपोर्ट
बलरामपुर। जिले का अधिकांश भाग बाढ़ प्रभावित है। यहां पर बांस की खेती को बढ़ावा देने के लिए डीएम ने विशेष प्रयास करने शुरू कर दिए हैं।
उन्होंने कृषि उत्पादक संगठनों के साथ बैठक कर इस खेती के प्रति किसानों को उत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि असम जैसे राज्य की इकोनामी काफी हद तक बांस की खेती पर निर्भर है। जिले को मिशन बंबू में शामिल करने के लिए शासन से पत्राचार करेंगे। बांस की खेती कर किसान समृद्धि साली हो सकते हैं।
किसानों की आय बढ़ाने के लिए डीएम बलरामपुर लगातार कुछ ना कुछ नए प्रयास कर रहे हैं। इसके लिए उन्होंने सभी कृषि उत्पादक संगठनों के सीईओ से बातचीत कर उनके द्वारा किए जा रहे कृषि कार्यों की जानकारी प्राप्त की गई। उन्होंने बताया कि कृषि उत्पादन संगठन एक उत्पादन कंपनी है। जिसका कार्य कंपनी/संगठन से जुड़े कृषको को बेहतर आय सुनिश्चित करना है। कृषको को उभरते बाजार में अवसर उपलब्ध कराना।
मध्यस्थो को हटाकर बेहतर मूल्य प्राप्ति के लिए किसानों को आधुनिक तकनीकी और प्रशिक्षण प्रदान करना तथा सामूहिक खरीद एवं बिक्री करना है। एफपीओ के माध्यम से क्लस्टर आधारित कृषि व्यवसाय को बढ़ावा देना इनका प्रमुख उद्देश्य हैं।
उन्होंने कहा की सभी एफपीओ पारंपरिक खेती के इतर व्यावसायिक खेती की ओर आगे आए। कृषि कार्यों से संबंधित विभिन्न व्यवसायों में संभावना तलाशे।
यह जिला बाढ़ से प्रभावित रहता है। यहां बांस के खेती की काफी संभावना है। बांस का बड़े पैमाने पर व्यवसायिक कार्यों में प्रयोग होता है।
असम जैसे राज्य की इकोनॉमी काफी हद तक बांस के खेती का पर निर्भर है। उन्होंने कहा एफपीओ के सक्रिय सदस्य असम जैसे राज्यों का भ्रमण करे। बांस के खेती की शुरुवात बड़े पैमाने पर करें। इसके लिए वन विभाग ने
संचालित मिशन बंबू में जिले को शामिल किए जाने का मुद्दा उठाया गया। डीएम ने कहा की मिशन बंबू में जनपद को शामिल किए जाने को लेकर उनके द्वारा शासन स्तर से पत्राचार किया जायेगा। वह इसके लिए व्यक्तिगत प्रयास भी करेंगे। उन्होंने कहा की एफपीओ अपनी क्रेडेबिलिट बढ़ाए। जिससे बैंक से आसानी से ऋण प्राप्त कर सकें। एफपीओ विशेषज्ञता एवं बेहतर तकनीक के लिए आईटीसी जैसे कृषि कार्यों से जुड़ी कंपनियों से साथ टाईअप करें।
कृषि एवं संबंधित विभाग अपनी योजनाओं से एफपीओ को जागरूक करे एवं योजना का लाभ कैसे एफपीओ से माध्यम से बड़ी संख्या में किसानों को मिले इसके लिए पहल करे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."