जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
बलिया। जिले के बांसडीह रोड थाना क्षेत्र अंतर्गत एक गांव का मामला है। जहां पड़ोसी महिला के घर में आता-जाता था। पति घर पर ज्यादा नहीं रहता था, बाहर कामकाज करता था। पड़ोसी महिला के घर से बिल्कुल निकटवर्ती हो चुका था और महिला की नहाते समय अश्लील फोटो खींच ब्लैकमेल करना शुरू करता है। यह कहानी तब तक राज बनी रहती है, जब तक महिला के पास पैसा होता है।
फोटो को वायरल करने की धमकी देकर लड़का इस पीड़ित महिला के साथ हर वो काम करता है, जो आपराधिक श्रेणी में आता है। जब महिला के पास पैसा खत्म हो जाता है, तो महिला पूरी तरह से त्रस्त होकर पुलिस प्रशासन और मीडिया के सामने आना उचित समझती है। पीड़ित महिला ने कहा कि मैं बांसडीह रोड थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली हूं। पड़ोसी अशफाक ने अपने एक मित्र के साथ मिलकर मुझे पूरी तरह से ब्लैकमेल किया। मैं फोटो वायरल होने के डर से उसे पैसा भी देती गई। उसने मुझे होटल में भी बुलाया। अंत में जब पैसा खत्म हो गया, तो मैं पुलिस और मीडिया के सामने आई। ताकि मेरा शोषण बंद हो सके।
ऐसे-ऐसे किया महिला को ब्लैकमेल
पीड़िता ने आगे बताया कि धोखे से दुष्कर्म के साथ मेरा फोटो वायरल किया गया। अशफाक और जमशेद दोनों ने मिलकर के मेरा फोटो वायरल किया। अशफाक मेरा पड़ोसी है मेरे घर पर आता था। धीरे-धीरे परिवार में घुलमिल गया। मैं अपने घर में नहा रही थी, तो मेरा चुपके से फोटो शूट कर लिया। फोटो के द्वारा अशफाक मुझे ब्लैकमेल करने लगा। मुझे होटल में बुलाया। मेरी गलती रही कि उसके साथ मैं होटल में चली गई, क्योंकि फोटो से ब्लैकमेल करने का मामला था। मैं गई इससे मैं शर्मिंदा हूं। फिर मुझसे पैसा मांगा। मैंने उसे 30,000 रुपए भी दिए, उसके बाद फिर वह पैसे की डिमांड करने लगा।
इसलिए कर दिया फोटो वायरल
अंत में जब मेरे पास देने के लिए कुछ नहीं बचा था, तो मेरी फोटो मेरे पति और सगे संबंधियों तक अशफाक ने अपने मित्र के साथ मिलकर वायरल कर दी। मैंने उससे बोला तो उसने कहा कि वायरल करूंगा क्या कर लोगी। आखिर में मैंने हार मानकर थाने और मीडिया का सहारा लिया है। थाने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब मैं एडिशनल एसपी दुर्गा प्रसाद तिवारी बलिया के पास आई हूं। साहब ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."