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November 1, 2024 9:09 pm

पेशी पर आया आरोपी, मिलने आई पत्नी स्कूटी पर लेकर हुई फुर्र, पीछे दौड़ती रही पुलिस

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ब्रजकिशोर सिंह की रिपोर्ट

पलवल: हरियाणा के पलवल में एक दंग कर देने वाली घटना सामने आई है।उत्तर प्रदेश पुलिस की हिरासत से पेशी के लिए जा रहे आरोपी को उसकी पत्नी स्कूटी पर लेकर फरार हो गई। 

आरोपी मथुरा से हरियाणा के पलवल पेशी पर आया था। ड्यूटी में लापरवाही बरतने वाले तीन कॉन्स्टेबलों को निलंबित कर दिया गया। होडल थाना के जांच अधिकारी शेर सिंह ने बताया कि मामले में जिन तीन पुलिस कर्मचारियों पर केस दर्ज हुआ है, उन्हें जांच में शामिल किया गया है। 

अनिल उर्फ ट्विंकल निवासी भिडूकी, हसनपुर 16 अप्रैल 2023 से मथुरा जिला जेल में धोखाधड़ी के केस में बंद था। उस पर सात अन्य केस भी हैं। मंगलवार को उसकी पलवल सेशन कोर्ट में पेशी थी। सुबह 10 बजे मथुरा पुलिस लाइन में तैनात हेड कॉन्स्टेबल ज्ञान सिंह, विवेकानंद और दिलीप के साथ पेशी के लिए मथुरा से पलवल कोर्ट आए। 

कोर्ट में पेशी के बाद तीनों पुलिसकर्मी आरोपी अनिल को पलवल से होडल तक ऑटो से लेकर गए। ऑटो ने होडल थाने के पास उन्हें उतार दिया। पुलिसकर्मी बस का इंतजार कर रहे थे, तभी अनिल की पत्नी स्कूटी लेकर वहां पहुंची।

बताया गया कि अनिल ने पुलिसकर्मियों से गुहार लगाई की वह सामने ही स्थित होटल के कमरे में पत्नी से अकेले में मुलाकात करना चाहता है। पुलिसकर्मियों ने उसे गैर कानूनी तरीके से अनुमति दे दी।

तीनों पुलिसकर्मी होटल के बाहर खड़े हो गए। इधर, अनिल और उसकी पत्नी शाम चार बजे होटल के कमरे में घुसे। करीब पांच बजे तेजी से अनिल और उसकी पत्नी होटल से बाहर निकले। अनिल की पत्नी ने स्कूटी चालू की और आरोपी को बैठाकर फरार हो गई।

पुलिसकर्मियों ने भी उनके पीछे दौड़ लगाई, मगर पकड़ने में असफल रहे। शाम तीनों पुलिसकर्मी पुलिस लाइन मथुरा गए। उत्तर प्रदेश पुलिस के मथुरा जिला के पुलिस अधिकारियों को आरोपी के फरार होने के बारे में बताया। 

इसके बाद बुधवार को मथुरा जिला के पुलिस सब-इंस्पेक्टर राकेश कुमार ने होडल थाने में केस दर्ज कराया।

मथुरा के एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया। फरार आरोपी अनिल उर्फ ट्विंकल पर भी केस दर्ज किया गया है। जांच अधिकारी शेर सिंह ने बताया कि फरार आरोपी की खोज की जा रही है।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."