सर्वेश द्विवेदी की रिपोर्ट
डेटिंग ऐप टिंडर धोखाधड़ी, फर्जीवाड़े और ब्लैकमेलिंग का अड्डा बन चुका है। पुरुषों पर हो रहे अत्याचार की घटनाएं सामने लाने वाली सामाजिक कार्यकर्ता और फिल्म मेकर दीपिका नारायण भारद्वाज ने एक्स पर एक सनसनीखेज वारदात को सबूतों के साथ सार्वजनिक किया है। उन्होंने बताया कि टिंडर पर कई लड़कियां अब कैसे ब्लैकमेलिंग कर रही हैं। उन्होंने एक लड़की और लड़के के बीच वॉट्सऐप चैट पर हुई बातचीत के स्क्रीनशॉट्स ही शेयर कर दिए। यह बातचीत किसी के भी होश ठिकाने लगा देगी।
रोंगटे खड़े कर देगा यह वॉट्सऐप चैट
दीपिका ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, ‘उसकी हिम्मत तो देखिए! 1,000 रुपये के पीछे ये किसी को भी रेपिस्ट बना रही है! यह अगले दर्जे का स्कैम है।’ उन्होंने टिंडर इंडिया को टैग करके पूछा कि आखिर इस प्लैटफॉर्म पर चल क्या कहा है? उन्होंने जो स्क्रीनशॉट्स शेयर किए हैं, उसमें लड़की की तरफ से बातचीत शुरू होती है जिसका नाम तान्या है। वो लिखती है, ‘हे, मैं तान्या हूं। आप प्रवीण हैं?’ लड़का जवाब देता है, ‘हे, हां (प्रवीण ही हूं)।’ बातचीत का सिलसिला कुछ यूं आगे बढ़ता है…
तान्या: हम्म, और बताओ
प्रवीण: आप करती क्या हैं?
तान्या: देखिए, मुझे लगा कि आप बहुत जेनुइन हैं, इसलिए तुम पर भरोसा किया। आपसे कुछ पूछा था, इसलिए मेसेज की यहां।
प्रवीण: आप मुझ पर भरोसा कर सकते हैं। बताइ क्या बोलना चाहती हैं।
तान्या: दरअसल थोड़ा अजीब है।
प्रवीण: क्या?
तान्या: पता नहीं, मुझे पूछना भी चाहिए या नहीं?
प्रवीण: अगर यह जरूरी है तो पूछ लीजिए।
तान्या: तो मैं सीधे-सीधे पूछ रही हूं। लेकिन प्लीज मुझे जज मत कीजिएगा। आपके पास 1,000 रुपये होंगे क्या प्रवीण? मुझे जरूरत पड़ गई है। एक घंटे में घर जाकर भेज दूं तो चलेगा क्या?
प्रवीण: सॉरी, मैं जब तक जान ना लूं कि आप कौन हैं, कहां रहती हैं तब तक पैसे नहीं भेज सकता।
तान्या: छोड़ो।
प्रवीण: इसके लिए सॉरी लेकिन क्या आप अपनी आईडी शेयर कर सकती हैं।
तान्या: किसलिए?
प्रवीण: आप कौन हैं, जानने के लिए।
तान्या: तुमसे हेल्प मांगी तो किया नहीं और (गाली) तू मेरा आईडी मांग रहा। देती हूं तुझे आईडी।
इसके बाद लड़की अपने असली रंग में आती है। वह प्रवीण को एक स्क्रीनशॉट शेयर करती है। यह एक सोशल मीडिया पोस्ट का स्क्रीनशॉट है। साक्षी सिंह नाम के हैंडल के इस पोस्ट में लिखा है, ‘हे गाइज, मिलिये इनसे। ये वो (गाली) इंसान है जो सारी लड़कियों से गलत बातें करता है। इसने दो छोटी लड़कियों का रेप किया है। इन जैसे लोगों की वजह से ही हमारा देश आज भी करप्शन में है। इसको इतना शेयर करो ताकि ये पकड़ा जाए।’ पोस्ट में प्रवीण का मोबाइल नंबर भी दिया गया है। इस पोस्ट के साथ प्रवीण को लिखती है, ‘सब्र कर। तुम्हें जल्दी ही पता चल जाएगा।’
प्रवीण की तरफ से भी जवाब आता है। वो लिखता है, ओके, ‘तुम्हारी बेवकूफी का इंतजार है।’ बातचीत का सिलसिला आगे बढ़ता है। तान्या उर्फ साक्षी सिंह लिखती है: ‘तुम्हें करना भी चाहिए। तुम मेरे दुश्मन नहीं हो, लेकिन मैं बस तुमसे नफरत करती हूं। अभी ज्यादा लोगों ने नहीं देखा है। 1,000 रुपये कर दो हटा दूंगी वायरल होने से पहले। लेकिन अगर तुम मेरे साथ उलझना चाहते हो तो ठीक है।
प्रवीण: तुम इतनी बड़ी मूर्ख हो कि तुम्हें लगता है मैं इस धमकी से डर जाऊंगा। तुम्हारी आईडी क्या है, पागल लड़की?
तान्या: तुम्हें जल्द पता चल जाएगा। तुम अपना समय बर्बाद कर रहे हो।
प्रवीण: जाओ, जो करना है कर लो।
तान्या: बिल्कुल।
भरे पड़े हैं ऐसे ब्लैकमेलर
इस बातचीत से आपके भी रोंगटे खड़े हो गए होंगे। सोचिए, किस तरह एक हजार रुपये के लिए किसी व्यक्ति को बलात्कारी साबित करने का दुष्प्रचार शुरू हो गया। सोशल मीडिया पर आखिर किसे इतनी फुर्सत है कि वो सच्चाई का पता करने की कोशिश भी करे। यहां तो कोई बात सामने आई नहीं कि लोग भावना में बहकर उसे आगे बढ़ाने में जुट जाते हैं- खासकर बात महिलाओं से दुर्व्यवहार का हो तो फिर तो कथित आरोपी तुरंत विलेन बन जाता है। इसका का फायदा उठाते हैं फर्जीवाड़े के धंधे में जुटे लोग। कोई जरूरी नहीं कि प्रवीण से पैसे ऐंठन की कोशिश में जुटी कोई लड़की ही हो। संभव है वह कोई लड़का हो क्योंकि वॉट्सऐप पर उसने अपना नाम तान्या बताया और सोशल मीडिया पोस्ट किया साक्षी सिंह के नाम से।
आवाज उठाएं ताकि बंद हो सिलसिला
दूसरी तरफ, लोग धमकियों से डर भी जाते हैं और ब्लैमेल होकर पैसे दे भी देते हैं। कई बार तो ऐसा भी होता है कि एक बार पैसे दिए तो दोबारा, तिबारा, चौथी बार और पता नहीं कितनी बार तक पैसे की डिमांड होने लगती है। इसलिए जरूरी है कि अगर आप गलत नहीं हैं तो ऐसे ब्लैकमेलरों के आगे घुटने नहीं टेकें और तुरंत पुलिस के पास जाएं। आखिर तान्या या साक्षी सिंह के वेष में छिपे ब्लैकमेलरों को सही जगह तो दिखाना ही पड़ेगा वरना यह सिलसिला चलता रहेगा और आज प्रवीण तो कल कोई और शिकार बनते जाएंगे।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."