आनंद शर्मा की रिपोर्ट
जयपुर: राजस्थान के बीकानेर जिले में ठगी का एक अनूठा मामला सामने आया है। ठगों ने एक व्यक्ति को झांसा दिया कि उनकी कंपनी निसंतान दंपतियों के लिए काम करती है। निसंतान महिलाओं को गर्भवती करने के लिए कंपनी अलग अलग लोगों की सेवाएं लेती है।
अगर कोई व्यक्ति निसंतान महिला के साथ एक साल तक के लिए रहने को तैयार होता है तो उसे एक लाख रुपये एडवांस दिए जाते है। एक साल की अवधि में अगर वह व्यक्ति महिला को गर्भवती कर देता है तो उसे 8 लाख रुपये का इनाम दिया जाता है। ठगों की ओर से ऐसी बातें कहने पर नोखा निवासी अशोक कुमार झांसे में आ गया।
विश्वास दिलाने के कथित पति-पत्नी से बात कराई
कॉलर ने अपने आप दिल्ली बेस्ड कंपनी में कार्यरत होना बताया। जिन दो लोगों ने अशोक कुमार को कॉल किया उन्होंने अपना नाम विकास शर्मा और आलोक कुमार बताया। दोनों युवकों ने अशोक से कहा कि अगर वह महिला को गर्भवती करने के लिए तैयार है तो निसंतान दंपति से फोन पर बात करवाएंगे। अशोक कुमार के हां कहने पर प्रिया वर्मा नाम की युवती ने अशोक से बात की और एक साल तक साथ रहकर गर्भवती करने को कहा।
विशाल नाम के एक व्यक्ति ने खुद को प्रिया वर्मा का पति बताते हुए अशोक कुमार से बात की और कहा कि मेरी पत्नी के बच्चा नहीं हो रहा है। अगर प्रिया मां नहीं बनी तो वह सुसाइड कर लेगी।
रुपये के लालच में अशोक ने हां कह दी
एक लाख रुपये एडवांस और 8 लाख रुपये के इनाम के लालच में अशोक कुमार ने प्रिया के साथ रहने की हामी भर दी। इसके बाद ठगों ने नए-नए बहाने बनाते हुए पैसे वसूलना शुरू कर दिया।
कंपनी में रजिस्ट्रेशन, होटल की बुकिंग, रिसोर्ट की बुकिंग, पुलिस वेरिफिकेशन और एग्रीमेंट के नाम पर 2.26 लाख रुपये की ठगी कर ली। अलग अलग बहाने बनाकर रुपये मांगने का सिलसिला जारी रहा तो अशोक को ठगी का अहसास हुआ। जब उसने रुपये देने बंद कर दिए तो ठगों ने पुलिस में केस दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया।
शातिर ठग अब पीड़ित से 10 लाख रुपये की डिमांड कर रहे हैं। पीड़ित अशोक बेहद डरा हुआ है। वह न्याय के लिए भटक रहा है।
प्रग्नेंसी का एग्रीमेंट भी बनवाया
शातिर बदमाशों ने एक फर्जी एग्रीमेंट भी तैयार करवाया जिसे प्रग्नेंसी एग्रीमेंट बताया गया। इस एग्रीमेंट में लिखा था कि अशोक कुमार को 14 नवम्बर 2023 से 14 नवम्बर 2024 तक प्रिया वर्मा के साथ ही रहना होगा।
ठगों ने मुंबई पुलिस का एक फर्जी वेरिफिकेशन सर्टिफिकेट अशोक को भेजा जिस पर मुंबई पुलिस की वर्दी पहने एक अफसर की फोटो भी लगी होना बताया। ठगों ने कहा कि उनकी कंपनी नेशनल लेवल की है। एग्रीमेंट होने के बाद अगर वह प्रिया वर्मा के साथ नहीं रहेगा और उससे संबंध नहीं बनाएगा तो उसके खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी।
ऐसे ऐठें गए रुपये
सबसे पहले अशोक से कंपनी में रजिस्ट्रेशन के नाम पर 500 रुपये लिए गए। फिर स्टांप खरीदने के लिए 500 रुपये और लिए गए। एग्रीमेंट तैयार करने के लिए अशोक से फोटो मंगवाई और 4149 रुपये और लिए गए। एक लाख रुपये के एडवांस भुगतान से पहले वकील के लिए फीस मांगी गई। बाद में प्रिया वर्मा से मुलाकात कराने के लिए मुम्बई की एक लग्जरी होटल में कमरा बुक कराने के नाम पर 10500 रुपये वसूले गए।
बांद्रा के एक अपार्टमेंट के फ्लैट में सालभर रहने के नाम पर किराया वसूला गया। अलग अलग बहानों से 2.26 लाख रुपये वसूल लिए गए। बाद में अशोक कुमार को ठगी का अहसास हुआ तो ठगों ने पुलिस केस दर्ज कराने की धमकी देते हुए 10 लाख रुपये की डिमांड कर दी।
न्याय की गुहार
बीकानेर जिले के नोखा निवासी अशोक ने ठगों को अपने सारे दस्तावेज उपलब्ध करा दिए थे। अब एक एडवोकेट के जरिए पुलिस से न्याय की गुहार लगाई है। पीड़ित के पास आरोपियों का बैंक अकाउंट नंबर, आईएफएससी कोड, फोन पे, गुगल पे और पेटीएम नंबर उपलब्ध कराए हैं।
दो बच्चों के पिता अशोक कुमार की पारिवारिक स्थिति अच्छी नहीं बताई जा रही है। उसके माता पिता भी काफी परेशान हैं, लेकिन ठग उसे बार बार कॉल करके रुपये देने का दबाव बना रहे हैं।
एडवोकेट अनिल सोनी ने बताया कि पीड़ित के पास आरोपियों के बारे में पूरी जानकारी है। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। ☝प्रदर्शित चित्र सांकेतिक है
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."