रघु यादव मस्तूरी की रिपोर्ट
छत्तीसगढ़ को बने 23 वर्ष हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ के कई ऐसे क्षेत्र जो मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। अगर हम बात करें सरगुजा जिले की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है जो झंकझोर देने वाली है। हम बात कर रहे हैं अंबिकापुर के रंगपुर खुर्द का। जहां सड़क न होने के कारण एक गर्भवती महिला को डेढ़ किलोमीटर तक खाट पर ले जाना पड़ा।
आज भी सरगुजा के कई क्षेत्र में सड़क नही होने से गंभीर मरीजों को खाट पर लादकर अस्पताल ले जाने को ग्रामीण मजबूर हैं। गर्भवती महिला को खाट पर लादकर अस्पताल ले जाने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
घटना ग्राम रनपुर कला की है। सरगुजा के कई क्षेत्रों में लगातार इस प्रकार की तस्वीरें सरकार को चुनौती दे रही हैं। आखिर सरगुजा के कई क्षेत्रों से खाट और झेलगी के सहारे अस्पताल तक या फिर एंबुलेंस तक पहुंचने का यह दर्द कब तक चलता रहेगा।
जानकारी के अनुसार सरगुजा के ग्राम रनपुर कला में एक महिला को प्रसव पीड़ा होने पर डायल 112 को फोन किया गया था। 112 तो आ गई लेकिन सड़क नहीं होने की वजह से एंबुलेंस महिला के घर से 1.5 km दूर ही खड़ी रही। परिजनों ने डेढ़ किलोमीटर खाट पर लादकर गर्भवती महिला को 112 एंबुलेंस तक पहुंचाया। इसके बाद प्रसव पीड़ित महिला को हॉस्पिटल पहुंचाया गया। जिससे उसे स्वास्थ लाभ मिलना शुरु हो सका। महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया और जच्चा व बच्चा दोनो सुरक्षित है।
लेकिन हम सरगुजा अंचल की बात करें तो आज भी बहुत से ऐसे क्षेत्र रहे हैं जो सड़क विहीन है। वहां से ऐसी तस्वीर अक्सर निकल कर सामने आती रहती है। वहां के ग्रामीण हमेशा सड़क की मांग भी करते रहते हैं। अब देखने वाली बात यह है कि नई सरकार बनने पर उनकी मांग कब तक पूरी होती है।
Author: samachar
"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."