आत्माराम त्रिपाठी की रिपोर्ट
अतर्रा(बांदा)। गिजुभाई बधेका के शैक्षिक दर्शन के साथ विद्यालयों को आनंदघर बनाने के लिए सतत प्रयत्नशील शैक्षिक संवाद मंच की आनलाइन बैठक गत दिवस आयोजित की गई।
बैठक में मौजूद 50 से अधिक सदस्यों को संबोधित करते हुए मंच के संस्थापक प्रमोद दीक्षित मलय ने कहा कि विद्यालयों को आनंदघर बनाने से हमारा तात्पर्य सिर्फ कक्षा को आनंदघर बनाना नहीं है, हम विद्यालय के माध्यम से बालक, उसके परिवार और समाज के साथ ही शिक्षक के परिवार को भी आनंदमय देखना चाहते हैं।
मंच को विस्तार प्रदान करते हुए संस्थापक प्रमोद दीक्षित द्वारा विजय प्रकाश जैन को राजस्थान एवं धर्मानंद गोजे को छत्तीसगढ़ का प्रभारी बनाए जाने की घोषणा की गई।
उक्त जानकारी देते हुए मंच के वरिष्ठ सदस्य दुर्गेश्वर राय ने बताया कि सुबह की घंटी और शाम की घंटी नामक दो कविताओं के माध्यम से प्रमोद दीक्षित ने विद्यालयों में जाते समय और छुट्टी के समय बच्चे की मनःस्थिति को रेखांकित करते हुए कहा कि बच्चों के मन में विद्यालय जाने की आतुरता, उत्साह और उल्लास भर देना ही मंच का उद्देश्य है। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए मंच ने कुछ टूल्स का प्रयोग किया है।
बच्चों की सृजनशीलता को निखारने के लिए दीवार पत्रिकाओं का निर्माण, शिक्षा क्षेत्र में हो रहे परिवर्तनों से अद्यतन रहने के लिए पुस्तक संवाद, पठन-पाठन की संस्कृति विकसित करने के लिए घर में लघु लाइब्रेरी की स्थापना, दैनिक समस्याओं और उनके समाधान से प्राप्त अनुभवों के अभिलेखीकरण के लिए डायरी लेखन तथा समय-समय पर ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यमों से शिक्षकों को भाषागत और लेखन संबंधी प्रशिक्षण संचालित किया जा रहे हैं।
बैठक में मंच के सदस्य स्मृति दीक्षित ने अनुभव को साझा करने, अनीता मिश्रा ने शिक्षक बने रहने तक आनंदित होने, अरविंद द्विवेदी ने समाज और विद्यालय के अंतर्संबंध, प्रीति भारती ने अपने शौक को शिक्षण में शामिल करने, विजय प्रकाश जैन ने बच्चों से संवाद करने, रुखसाना बानो ने विद्यालय व्यवस्था की बाधाओं, श्रवण गुप्ता ने नामांकन और ठहराव तथा शैली मिश्रा ने शैक्षिक समस्याओं तथा ऋतु श्रीवास्तव ने बाल पत्रिका ‘बाल उमंग’ के अनुभव प्रस्तुत किए। विजय प्रकाश जैन को राजस्थान तथा धर्मानंद गोजे को छत्तीसगढ़ का प्रदेश प्रभारी मनोनीत करने पर सभी सदस्यों ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बधाई दी।
बैठक में उषा रानी, गुंजन भदौरिया, अनुराधा दोहरे, गायत्री त्रिपाठी, सुनीता वर्मा, संतोष कुशवाहा, जितेंद्र तिवारी, शैली मिश्रा, दीप्ति राय, कविता शर्मा, विनीत मिश्रा, सत्यप्रकाश, धर्मानंद गोजे, प्रदीप, इंसाफ अली, विनीता पांडेय, अर्चना वर्मा, अशोक प्रियदर्शी, मंजू वर्मा, विजय प्रकाश जैन, साधना मिश्रा, आभा त्रिपाठी, अनीता यादव, मीरा रविकुल, हरियाली श्रीवास्तवा, प्रज्ञा सिंह, वंदना मिश्रा, सुनील वर्मा, मोनिका सिंह, अनिल वर्मा, वैशाली गुलसिया, बलराम दत्त गुप्ता, राम किशोर पांडेय, अभिलाषा गुप्ता, अमिता सचान, विनोद कुमार आदिक सदस्य उपस्थित रहकर अपने विचार व्यक्त किए।
Author: samachar
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