ठाकुर धर्म सिंह ब्रजवासी की रिपोर्ट
आगरा: श्रीराम कथा का धार्मिक मंच सियासत का अखाड़ा बना हुआ है। मुलायम सिंह यादव और कांशीराम पर संत रामभद्राचार्य के विवादित बयान पर उनके अनुयाईयों में रोष फैल गया है। बीते दो दिनों से संत के खिलाफ कार्रवाई के लिए मांग ज्ञापन और तहरीर दी जा रही हैं। बुद्धि-शुद्धि यज्ञ कराया जा रहा है। आगरा के कोठी मीना बाजार में श्रीराम कथा का वाचन किया जा रहा है। पद्मविभूषण स्वामी रामभद्राचार्य कथा का वाचन कर रहे हैं। कथा के तीसरे दिन संत रामभद्राचार्य ने बीएसपी सपा गठबंधन के उस नारे (मिले मुलायम कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्रीराम) के विरोध में नया नारा दिया था। उन्होंने मंच से कहा कि ‘मरे मुलायम कांशीराम प्रेम से बोलो जय श्रीराम) इस नारे के बाद समाजवादी पार्टी के नेताओं ने तीखी विरोध जताया है।
सोशल मीडिया पर तीखी टिप्पणियां की गईं। समाजवादी पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रामगोपाल बघेल का कहना है कि धार्मिक मंच पर महापुरुषों के लिए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है। इनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग करते हुए तहरीर दी गई है। पद्मविभूषण संत रामभद्राचार्य के बयान के बाद समाजवादी पार्टी बीते दो दिनों से विरोध कर रही है। गुरुवार को छात्रसभा के कार्यकर्ताओं ने डीएम को ज्ञापन दिया इसके बाद दीवानी चौराहे पर बुद्धि शुद्धि यज्ञ किया गया। समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल बघेल का कहना है कि संत को दिया गया पद्मविभूषण सम्मान वापस लिया जाए और उन्हें बेन किया जाए। ताकि वे द्वेषभावना पूर्ण दिए गए बयानों को कहीं और ना फैलाएं।
जनप्रतिनिधियों को लगा है जमावड़ा
श्रीराम कथा का आयोजन 3 अप्रैल से किया जा रहा है। आयोजन को इटावा के सांसद और एससी-एसटी आयोग के अध्यक्ष रहे रामशंकर कठेरिया करा रहे हैं। इस आयोजन में केंद्रीय राज्यमंत्री, सांसद एसपी सिंह बघेल समेत अन्य जनपदों के जनप्रतिनिधि भी शामिल रहे हैं। बताया जा रहा है कि शुक्रवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री भी शामिल होने आ रहे हैं।
Author: samachar
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