राकेश भावसार की रिपोर्ट
नासिक। बच्चों के मौजूदा महंगे शौक को मध्यम वर्ग के माता-पिता हर बार पूरा नहीं कर सकते।
लेकिन बच्चे अपने इस शौक को पूरा करने के लिए क्राइम की ओर रुख करने लगे हैं।
हम देख रहे हैं कि छोटे बच्चे बड़े पैमाने पर ऑनलाइन अपराध की ओर रुख कर रहे हैं क्योंकि साइबर अपराध में तेजी से पैसा है।
इसी तरह अब युवक भी जंगली जानवरों के अंगों की तस्करी करने लगे हैं और नासिक में विश्वविद्यालय के तीन युवकों को वन विभाग ने गिरफ्तार कर लिया है।
दो दिन पहले वन विभाग को सूचना मिली थी कि नासिक कॉलेज के छात्रों के पास तेंदुए की खाल, चिंकारा और नीलगाय के सींग हैं। वन विभाग को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर वन परिक्षेत्र अधिकारी विवेक भडाने व कर्मचारियों ने फर्जी ग्राहक बनाकर संदिग्धों से संपर्क किया। पहले जंगली जानवरों के अंगों की कीमत 20 लाख रुपये बताई जाती थी। लेकिन समझौता करने के बाद 4 लाख रुपये देने का फैसला किया गया।
मंगलवार (20 सितंबर) को तीन संदिग्ध आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कृषि नगर जॉगिंग ट्रैक के पास जाल बिछाया गया, जिसका इस्तेमाल शहर के उच्च वर्ग के लोग करते हैं। आखिर शाम करीब पांच बजे तीन युवकों को वन्य जीवों के अंगों के साथ रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया।
जब संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि वे नासिक के एक कॉलेज में पढ़ रहे थे। पुलिस अब इस बात की भी तलाश कर रही है कि उनका कोई और साथी तो नहीं।
कौन हैं ये तीन युवक?
वन विभाग द्वारा गिरफ्तार किए गए तीनों आरोपी नासिक शहर के रहने वाले हैं। इनमें से दो युवक कॉलेज में पढ़ रहे हैं। एक युवा बी.फार्मेसी, जबकि एक अन्य बी. एस सी कर रहा है जबकि तीसरे युवक का नासिक शहर में निजी कारोबार है।
Author: samachar
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