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November 2, 2024 11:03 am

डाक्टर कहते हैं अस्पताल में है भरपूर दवाओं का स्टाक लेकिन मरीजों को दी जा रही बाहरी दवाओं की लंबी फेहरिस्त…

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नौशाद अली की रिपोर्ट

गोंडा। जिला अस्पताल में मरीजों ओपीडी में बाहर की दवाओं की लम्बी फेहरिस्त पकड़ाई जा रही है। अस्पताल में एलर्जी की दवा सिटजिन व दर्द का डाइक्लोजेल तक मौजूद नहीं है। वहीं आंख के इलाज के लिए मात्र दो प्रकार का सिर्फ आई ड्राप ही मरीजों में बांटा जा रहा है।

बाबू ईश्वर शरण जिला अस्पताल मंडल का लाइफ लाइन माना जाता है। यहां मंडल के चारों जनपदों के अलावा पडोसी देश नेपाल तक के मरीज इलाज कराने आते हैं। अस्पताल प्रशासन एक रुपये के पर्चे पर ही सारी जांचें और समुचित उपलब्ध कराने का दावा भी करता है। लेकिन सारे दावे हवा हवाई ही साबित हो रहे हैं।

दवा हो या न हो लेकिन मरीज को बाहर के दवाओं की लिस्ट जरुर पकड़ाई जाएगी। कई चिकित्सक तो कमीशन के चक्कर में बाहर की दवाएं धडल्ले से लिख रहे हैं। स्थित यह है कि अस्पताल के पास तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं लेकिन आंख के इलाज के लिए मात्र दो आई ड्राप ही मरीजों में बांटे जा रहे हैं। वैसे अस्पताल में दो सौ से अधिक प्रकार की दवाएं मौजूद होने का दावा किया जा रहा है।

इस संबंध में प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा इंदु बाला ने बताया कि अस्पताल में समुचित दवाएं मौजूद हैं। जो दवाएं नहीं है उनके लिए इंडेट भेजा गया है। जल्द वह दवाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी। 

जिला अस्पताल में मरीजों ओपीडी में बाहर की दवाओं की लम्बी फेहरिस्त पकड़ाई जा रही है। अस्पताल में एलर्जी की दवा सिटजिन व दर्द का डाइक्लोजेल तक मौजूद नहीं है। वहीं आंख के इलाज के लिए मात्र दो प्रकार का सिर्फ आई ड्राप ही मरीजों में बांटा जा रहा है।

बाबू ईश्वर शरण जिला अस्पताल मंडल का लाइफ लाइन माना जाता है। यहां मंडल के चारों जनपदों के अलावा पडोसी देश नेपाल तक के मरीज इलाज कराने आते हैं। अस्पताल प्रशासन एक रुपये के पर्चे पर ही सारी जांचें और समुचित उपलब्ध कराने का दावा भी कराता है। लेकिन सारे दावे हवा हवाई ही साबित हो रहे हैं।

दवा हो या न हो लेकिन मरीज को बाहर के दवाओं की लिस्ट जरुर पकड़ाई जाएगी। कई चिकित्सक तो कमीशन के चक्कर में बाहर की दवाएं धडल्ले से लिख रहे हैं। स्थित यह है कि अस्पताल के पास तीन नेत्र रोग विशेषज्ञ हैं लेकिन आंख के इलाज के लिए मात्र दो आई ड्राप ही मरीजों में बांटे जा रहे हैं। वैसे अस्पताल में दो सौ से अधिक प्रकार की दवाएं मौजूद होने का दावा किया जा रहा है।

इस संबंध में प्रमुख चिकित्साधीक्षक डा इंदु बाला ने बताया कि अस्पताल में समुचित दवाएं मौजूद हैं। जो दवाएं नहीं है उनके लिए इंडेट भेजा गया है। जल्द वह दवाएं भी उपलब्ध हो जाएंगी।

samachar
Author: samachar

"कलम हमेशा लिखती हैं इतिहास क्रांति के नारों का, कलमकार की कलम ख़रीदे सत्ता की औकात नहीं.."