विनोदानंद त्रिपाठी की रिपोर्ट
मझीआंव(गढ़वा)। खनन विभाग व स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों ने सब कुछ जानते हुए बेखबर दिख रहे हैं। बरडीहा थाना क्षेत्र के प्रतिबंधित बांकी एवं स्थानीय कोयल नदी के विभिन्न स्थानों से दूसरे दिन भी बालू का उत्खनन जोरों पर रहा। जिससे नदियों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है। यदि अवैध बालू का उठाव पर जल्द काबू नहीं पाया गया तो नदी का अस्तित्व दिन प्रतिदिन मिटते जा रहा है।
इधर प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि दर्जनों ट्रैक्टर के माध्यम से विशेषकर बरडीहा अंचल कार्यालय के अधीनस्थ कुंदरहे मोड़ के समीप ललगाडा़ गांव से सटे निर्माण कराए जा रहे नाहर के बगल में बीती रात्रि दूसरे दिन भी बालू का डंपिंग किया गया और जेसीबी से ट्रकों पर लोड कर बालू को नाहर निर्माण कार्य में ठिकाना लगा दिया जाता है। इन नदियों के विभिन्न घाटों से अवैध बालू का उठाव कर रात भर ट्रैक्टर के माध्यम से बालू की ढुलाई अवैध रूप से अभी भी जारी है।
इतना ही नहीं फिलहाल रात के अंधेरे का लाभ उठाकर अवैध बालू का उठाव करने में स्थानीय लोगों की संलिप्तता बताई जा रही है जो प्रशासन को आंख में धूल झोंक कर सरेआम बुढ़ीखांड़ पहाड़ी सड़क मार्ग से ढोया जा रहा है।जो गांव एवं मोहल्ले की कच्ची सड़क से ढोया जाता है। यहां तक कि बरडीहा थाना क्षेत्र के बांकी नदी के पपरा तलसबरिया घाट.ओबरा बांकी नदी घाट एवं बुढ़ीखांड़ के महुरान समेत कई घाटों से अवैध बालू का उठाव लगातार जारी है। इससे प्रतिदिन सरकार को लाखों रुपए के राजस्व की हानि हो रही है । इसके बावजूद भी खनन विभाग एवं स्थानीय प्रशासनिक अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं । यहां तक की बालू माफियाओं का हौसला इस कदर बुलंद है जो विशेषकर कंट्रक्शन के द्वारा निर्माण कराए जाने वाला नाहर कार्य में बालू का डंपिंग कर अवैध बालू का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस गोरखधंधे में कई गांव के कई लोग शामिल होने की बात बताई जा रही है। सच कहा जाए तो बालू माफियाओं द्वारा प्रशासन को चुनौती देते हुए पूरी रात प्रतिबंधित नदियों से बालू का उठाव कर नाहर निर्माण कार्य के लिए कुंदरहे मोड़ व ललगाडा़ गांव के बीच नाहर के बगल में अवैध बालू का स्टॉक दूसरे दिन भी किया गया।
इधर इस संबंध में अंचलाधिकारी दिपमाला से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि बहुत जल्द बालू के अवैध कारोबारियों के विरुद्ध छापामारी कर ट्रैक्टर को जप्त किया जाएगा और साथ में प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी।
Author: samachar
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