
आजमगढ़ पुलिस को मिली बड़ी सफलता, राजागंज बाजार में टप्पेबाजी की वारदात का खुलासा करते हुए 6 अपराधी गिरफ्तार, 85 हजार नकद और बाइक बरामद। गिरोह रुपये तिगुने करने का लालच देकर करता था ठगी।
जगदंबा उपाध्याय की रिपोर्ट
आजमगढ़। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में अपराध पर नकेल कसने के अभियान के तहत पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। थाना बरदह पुलिस ने राजागंज बाजार में हुई टप्पेबाजी की घटना का खुलासा करते हुए गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपियों के पास से 85 हजार रुपये नकद, 3 मोबाइल फोन और 1 बाइक बरामद की है।
शिकायत के बाद शुरू हुई कार्रवाई
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फैजुल्लाहपुर निवासी क्षमानंद यादव ने बरदह थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि 13 अप्रैल को गोसाईगंज बाजार में दो अजनबियों ने उन्हें रुपये तिगुने करने का लालच दिया। बातचीत में फंसकर पीड़ित 16 अप्रैल को राजागंज बाजार में 95 हजार रुपये लेकर पहुंचा।
सुनियोजित तरीके से दिया वारदात को अंजाम
ठीक उसी समय, दो आरोपी उन्हें बातों में उलझा रहे थे कि तभी पुलिस की वर्दी में एक व्यक्ति बाइक से आया और रुपयों से भरा थैला छीनकर फरार हो गया। जब पीड़ित ने पीछा करने की कोशिश की, तो बाकी आरोपी भी बाइक पर सवार होकर भाग निकले।
ऐसे खुला गिरोह का राज
पुलिस पूछताछ के दौरान अभियुक्त अरविंद गौतम ने खुलासा किया कि उनका गिरोह लोगों को झांसे में लेने के लिए खास रणनीति अपनाता था। वे असली नोटों को नकली साबित करने के लिए ‘बैद्यनाथ’ के कैप्सूल और पानी का प्रयोग करते थे, जिससे नोटों का रंग गुलाबी हो जाता और लोग भ्रमित हो जाते।
डर के माहौल में चुप हो जाते थे पीड़ित
इसके बाद वे पीड़ित को सुनसान जगह बुलाकर, एक सदस्य को पुलिस की वर्दी में भेजकर, रुपयों से भरा थैला छीन लेते थे। साथ ही डर का ऐसा माहौल बना देते थे कि अधिकांश पीड़ित पुलिस से शिकायत तक नहीं करते थे। लेकिन इस बार पुलिस ने सजगता दिखाई और त्वरित कार्रवाई कर गिरोह को दबोच लिया।
आगे की जांच जारी
फिलहाल पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस का मानना है कि इस गिरोह ने प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया होगा।