आंगनबाड़ी चयन में फर्जी प्रमाण पत्र घोटाला, 11 लेखपालों पर विभागीय कार्रवाई के निर्देश

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गोंडा में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की चयन प्रक्रिया में फर्जी आय और निवास प्रमाण पत्र जारी करने के मामले में 11 लेखपाल दोषी पाए गए हैं। डीएम नेहा शर्मा ने उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।

गोंडा जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की चयन प्रक्रिया में फर्जी आय और निवास प्रमाण पत्र जारी करने का बड़ा मामला सामने आया है। जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने इस मामले में कड़ा रुख अपनाते हुए 11 लेखपालों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई के निर्देश जारी किए हैं।

गौरतलब है कि यह अनियमितता समन्वित बाल विकास कार्यक्रम के अंतर्गत संचालित 17 आंगनबाड़ी परियोजनाओं में कुल 231 पदों के लिए चयन प्रक्रिया के दौरान उजागर हुई है।

सार्वजनिक आपत्तियों से हुआ खुलासा

जिला प्रशासन द्वारा चयन प्रक्रिया को पारदर्शी एवं निष्पक्ष बनाए रखने के उद्देश्य से संभावित चयन परिणामों को सूचना पट्ट पर सार्वजनिक किया गया था। इसके फलस्वरूप आमजन से आपत्तियाँ प्राप्त हुईं, जिनकी गंभीरता से जांच की गई।

पीले रंग की पोशाक में एक महिला दस्तावेजों, एक लैंप और कार्यालय की आपूर्ति के साथ एक कार्यालय डेस्क पर बैठी है। लंबे बालों और चश्मे के साथ, वह एक शांत भाव रखती है क्योंकि वह अपने स्मार्टफोन पर विभागीय कार्रवाई से संबंधित कागजात की समीक्षा करती है, हाथों को सोच-समझकर एक साथ रखती है।.
जिलाधिकारी नेहा शर्मा.

स्थलीय सत्यापन और दस्तावेजों की समीक्षा के बाद कुल 12 मामलों में अनियमितता की पुष्टि हुई, जिनमें 11 लेखपाल दोषी पाए गए।

तहसीलवार अनियमितता की स्थिति

जांच रिपोर्ट के अनुसार, जिन तहसीलों में फर्जी प्रमाण पत्र जारी किए गए, वे इस प्रकार हैं:

सदर तहसील: 6 मामले

तरबगंज: 3 मामले

करनैलगंज: 2 मामले

मनकापुर: 1 मामला

इन मामलों में संबंधित लेखपालों द्वारा चयन प्रक्रिया को प्रभावित करने का प्रयास किया गया।

डीएम ने जताई सख्ती, एडीएम को निगरानी के निर्देश

डीएम नेहा शर्मा ने इस संपूर्ण मामले की साप्ताहिक समीक्षा और निरंतर निगरानी के लिए अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को निर्देशित किया है। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि भविष्य में यदि कोई कर्मचारी ऐसी अनियमितता में लिप्त पाया गया, तो उसके विरुद्ध कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

जिन लेखपालों पर गिरी गाज

कार्रवाई के दायरे में आए लेखपालों की सूची इस प्रकार है:

अभिजीत कुमार – तैनाती: अनंतपुर

राम बहादुर यादव – पदोन्नत राजस्व निरीक्षक, प्रशिक्षण: हरदोई | दोषी प्रकरण: 2

हिमांशु कुमार – तैनाती: गिलौली

संगीता गौड़ – तैनाती: गोविंद पारा

प्रवीण कुमार – तैनाती: बनवरिया

ज्ञान प्रकाश मिश्रा – वर्तमान पद: राजस्व निरीक्षक, खिरौरा मोहन, तहसील सदर

पवन कुमार तिवारी – तैनाती: रामापुर

दीपक त्रिपाठी – तैनाती: वजीरगंज

मनोज चौबे – तैनाती: दुर्जनपुर डिक्सिर

प्रभात कुमार – तैनाती: निंदूरा, करनैलगंज

रामनाथ – वर्तमान में राजस्व निरीक्षक, तहसील उतरौला, जनपद बलरामपुर

इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि गोंडा जिला प्रशासन पदों की नियुक्ति प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। डीएम नेहा शर्मा का यह सख्त कदम भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।

➡️चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट

samachardarpan24
Author: samachardarpan24

जिद है दुनिया जीतने की

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