ठाकुर बख्श सिंह की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में बीते वर्ष 2 जुलाई 2024 को हुए भगदड़ कांड की न्यायिक जांच आयोग की रिपोर्ट सामने आ गई है। सूत्रों के अनुसार, इस रिपोर्ट में एक एसडीएम और एक पुलिस अधिकारी की लापरवाही को हादसे के लिए जिम्मेदार ठहराया गया है। वहीं, साकार नारायण विश्व हरि उर्फ भोले बाबा की लापरवाही को लेकर कोई ठोस सबूत नहीं मिलने के कारण उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है।
क्या कहती है जांच रिपोर्ट?
गौरतलब है कि हाथरस के फुलारी गांव में आयोजित भोले बाबा के सत्संग में भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। प्रशासन ने 80,000 लोगों के शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन कार्यक्रम में दो लाख से अधिक लोग पहुंच गए। इससे भगदड़ मच गई और इस दर्दनाक हादसे में 121 लोगों की मौत हो गई, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे।
एसडीएम और पुलिस अधिकारी की लापरवाही उजागर
न्यायिक आयोग की रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया है कि एसडीएम और पुलिस अधिकारी की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ। भीड़ नियंत्रण के पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे और सुरक्षा उपाय भी नाकाफी थे।
भोले बाबा को मिली क्लीन चिट
हालांकि, जांच में भोले बाबा की कोई लापरवाही साबित नहीं हो सकी, जिसके चलते उन्हें क्लीन चिट दे दी गई है। प्रशासनिक स्तर पर चूक के कारण यह हादसा हुआ, लेकिन बाबा के खिलाफ कोई ठोस साक्ष्य नहीं मिला।
जल्द पेश होगी रिपोर्ट
सूत्रों के अनुसार, न्यायिक आयोग की यह रिपोर्ट इसी हफ्ते उत्तर प्रदेश विधानसभा में पेश की जा सकती है। वहीं, पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों के खिलाफ 3200 पन्नों की चार्जशीट तैयार की है।
इस पूरे घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक लापरवाही के कारण यह दर्दनाक हादसा हुआ। न्यायिक जांच रिपोर्ट आने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या दोषी अधिकारियों पर कोई ठोस कार्रवाई होगी? यह देखना बाकी है कि विधानसभा में रिपोर्ट पेश होने के बाद सरकार इस पर क्या कदम उठाती है।
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Author: जगदंबा उपाध्याय, मुख्य व्यवसाय प्रभारी
जिद है दुनिया जीतने की