अब्दुल मोबीन सिद्दीकी की रिपोर्ट
अंबेडकर नगर में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश हुआ है जो खुद को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताता था। इस गिरोह के सदस्य मोबाइल एप के जरिए पता लगाते थे कि कौन सी गाड़ियां फाइनेंस हो रही हैं।
ये ऐसे लोगों को टारगेट करते थे जिनकी एक या दो किस्तें बाकी होती थीं। फिर मालिक पर दबाव बनाकर पैसे वसूलते थे। यहां तक कि वाहन लूट भी लेते थे। गुरुवार को इस गिरोह ने फाइनेंस कर्मचारी बनकर अकबरपुर कोतवाली क्षेत्र से एक ट्रेलर लूट लिया और फरार हो गए। शिकायत के बाद पुलिस जीपीएस की मदद से वाहन तक पहुंच गई। गिरोह में शामिल एक युवती समेत पांच लोगों को गिरफ्तार कर ट्रेलर बरामद कर लिया गया है।
रकम जमा करने का दबाव
सीओ अकबरपुर ने बताया कि यह गिरोह पहले मोबाइल एप के जरिए ऐसे वाहनों को चिह्नित करता था जो लोन पर खरीदे गए हों। फिर ये लोग फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी बनकर ट्रक मालिक और चालकों पर बकाया रकम जमा करने का दबाव बनाते थे, नहीं तो वाहन ले जाते थे। कई बार दबाव में आकर मालिक या चालक कुछ पैसे दे देते थे। नहीं तो ये लोग वाहन ले जाते थे। बाद में वाहन मालिकों को पता चलता था कि वे लूट का शिकार हो गए हैं।
कई बार कुछ वाहन स्वामियों ने पुलिस से शिकायत भी की लेकिन ये लोग खुद को फाइनेंस कंपनी का कर्मचारी बताकर बच निकलते थे। इस बार इन्होंने जो ट्रेलर लूटा उसमें जीपीएस लगा हुआ था जिसकी मदद से पुलिस ने इसे टांडा कलवारी के पास से पकड़ लिया। गिरोह में एक युवती भी शामिल है। युवती के अलावा गिरोह में चार पुरुष सदस्य भी शामिल हैं। इन सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। ट्रेलर भी बरामद कर लिया गया है।
पुलिस को मिली सूचना
सीओ अकबरपुर देवेंद्र कुमार मौर्य ने बताया, ‘कल गुरुवार 19 दिसंबर को अकबरपुर पुलिस को सूचना मिली कि चार-पांच लोगों ने चालक की पिटाई कर ट्रक लूट लिया है। स्वाट और सर्विलांस टीम सक्रिय हुई। जीपीएस के जरिए ट्रक बरामद कर लिया गया। ट्रक ले जा रहे पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी एप के जरिए लोन की किस्तों की जानकारी हासिल करते थे। फिर वाहन मालिक के पास जाते। उसे धमकाकर पैसे ले लेते। पैसे न देने पर वाहन लूट लेते।’ उन्होंने आगे कहा, ‘इस गिरोह की सबसे खास बात यह है कि इसमें एक युवा लड़की भी शामिल है। उसके पहनावे से यह नहीं लगता कि वह युवा लड़की है। लड़की लड़कों के कपड़े पहनती है।’