चुन्नीलाल प्रधान की रिपोर्ट
दिल्ली के करोल बाग निवासी 25 वर्षीय साहिल मलिक ने वाराणसी के एक होटल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। साहिल अपनी मां प्रेरणा मलिक के साथ वाराणसी दर्शन के लिए सोमवार रात को वाराणसी पहुंचा था। दोनों ने भेलूपुर स्थित एक होटल में रात करीब 1 बजे चेक-इन किया।
इस दुखद घटना की शुरुआत तब हुई जब साहिल ने पहले अपनी मां को नींद की गोली की ओवरडोज़ देकर गहरी नींद में सुला दिया। मां के सोने के बाद, साहिल ने उनके दुपट्टे का फंदा बनाया, कुर्सी को बिस्तर पर रखकर पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली।
मंगलवार की सुबह करीब 6 बजे जब साहिल की मां की नींद खुली, तो उन्होंने अपने बेटे को पंखे से लटका पाया। वे खुद को संभालते हुए किसी तरह होटल के रिसेप्शन पर पहुंचीं और वहां उन्होंने इशारे से ऊपर कमरे की ओर संकेत किया। इसके बाद होटल कर्मचारियों ने कमरे में जाकर देखा कि साहिल फांसी के फंदे पर झूल रहा था।
तुरंत ही पुलिस को सूचित किया गया और मौके पर पहुंची पुलिस ने घटना की जांच शुरू की।
पुलिस जांच में पता चला कि साहिल ने होटल में खुद का नाम गौरव शर्मा बताकर फर्जी पहचान से कमरा बुक किया था। रात करीब 2 बजे वह बाहर गया और थोड़ी देर बाद वापस आकर चाय पी, फिर अपनी मां को नींद की गोलियां देकर सुला दिया।
पुलिस को मां से मिली जानकारी के अनुसार, साहिल ने करीब 40 से 50 लाख रुपये का कर्ज लिया था, जिसकी वजह से वह मानसिक तनाव में था। साहिल ने पहले वाराणसी में दर्शन करने की कोशिश की, लेकिन देर रात होने के कारण मंदिर बंद हो गया था।
फिलहाल पुलिस ने साहिल के शव को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है और मामले की गहन जांच जारी है। साहिल की मां, जिनको नींद की गोलियों का ओवरडोज़ दिया गया था, अब तक बेसुध हैं और पुलिस उनसे पूछताछ करने की कोशिश कर रही है।
Author: samachar
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